स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य यूपी के रहने वाले पीलीभीत के सिमरनजीत सिंह और वाराणसी के ललित उपाध्याय को योगी सरकार एक-एक करोड़ रुपए देगी. ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के चार दशक बाद कांस्य पदक जीतने में सिमरनजीत सिंह और ललित उपाध्याय की भूमिका रही थी.
वही फारवर्ड मिडफील्डर ललित ने पूरी टीम को बांधे रखा तो पीलीभीत के सिमरनजीत सिंह ने दो गोल करके, तीसरा पेनल्टी कॉर्नर बनाया जिसे साथियों ने गोल में बदला.वही सीएम योगी ने पहले ही घोषणा की थी कि ओलंपिक में टीम खेलों में गोल्ड जीतने वाले प्लेयर को 3 करोड़ रुपये, रजत पदक लाने पर 2 करोड़ रुपये और कांस्य पदक लाने पर 1 करोड़ रुपये देगी.
एकल खेलों में जीतने पर गोल्ड मेडल पर 6 करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल पर 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक जीतने पर 2 करोड़ रुपये मिलेंगे. वही सीएम योगी ने ये भी घोषणा की थी कि ओलंपिक में भाग ले रहे प्रदेश के सभी प्लेयर्स को राज्य सरकार 10-10 लाख रुपए देगी.
खेल निदेशक और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान डा.आरपी सिंह ने इस बारे में कहा कि सरकार की योजना के तहत ये पुरस्कार दिए जायेंगे. उन्होंने इस ऐतिहासिक जीत को देश के लिए गौरव का पल बताया.
बताते चले कि इन दोनों के अलावा ओलंपिक में एथलेटिक्स में मेरठ की प्रियंका गोस्वामी, अन्नू रानी, सीमा पूनिया और चंदौली के शिवपाल सिंह
शूटिंग में मेरठ के सौरभ चौधरी, बुलंदशहर के मेराज अहमद खान, बॉक्सिंग में बुलंदशहर के सतीश कुमार, रोईंग में बुलंदशहर के अरविंद सिंह और हॉकी में मेरठ की वंदना कटारिया भी हैं.