‘हर हर शंभू’ की सिंगर ने कराटे में जीता है गोल्ड मेडल, 8 भाषाओं में गाती हैं गाना
नई दिल्ली: सावन के महीने में लोग भोले बाबा की भक्ति में भजन गुनगुना रहे हैं. लेकिन सिंगर फरमानी नाज शिव भजन गाकर विवादों से घिर गई हैं. फरमानी नाज के मुस्लिम होकर भजन गाने पर उलेमाओं ने नारजागी जाहिर की है. वे इसे इस्लाम के खिलाफ बता रहे हैं. इन दिनों हर तरफ सिर्फ फरमानी नाज को लेकर ही चर्चा हो रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ‘हर हर शंभू’ की ओरिजनल सिंगर फरमानी नाज नहीं, बल्कि अभिलिप्सा पांडा हैं. अभिलिप्सा पांडा टैलेंट का खजाना है. यकीन नहीं आता तो ये रिपोर्ट पढ़ लीजिए.
बचपन से संगीत सीख रही हैं अभिलिप्सा पांडा
‘हर हर शंभू’ के ओरिजनल वर्जन को अभिलिप्सा पांडा और जीतू शर्मा ने गाया है. ये गाना 2 महीने पहले रिलीज हुआ था. गाने पर मिलियन में व्यूज आ चुके हैं और गिनती लगातार बढ़ रही हैं. अभिलिप्सा पांडा के गाने ‘हर हर शंभू’ को गाकर ही फरमानी नाज सुर्खियों में आई हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर हर शंभू’ की ओरिजनल सिंगर अभिलिप्सा पांडा बचपन से ही सिंगिंग की ट्रेनिंग ले रही हैं. अपने एक इंटरव्यू में अभिलिप्सा पांडा ने अपनी जर्नी, गाने से मिले फेम के बारे में बात की है.
अभिलिप्सा पांडा ने कहा- संगीत और कला मुझे विरासत में मिली है. मेरे पैरेंट्स और ग्रैंड पैरेंट्स सब कला से जुड़े हुए हैं. मेरे दादा जी वेस्टर्न ओडिशा के फेमस कथाकार रह चुके हैं. मेरी मां भी हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल ओर ओडिसी डांस में माहिर हैं. मेरे पिता जी भी कला से काफी जुड़े हुए हैं. इसलिए कला मुझे विरासत में मिली है.
अभिलिप्सा पांडा ने अपने सिंगिंग करियर के बारे में बात करते हुए कहा- मेरी नानी से मेरे संगीत की शुरुआत हुई थी. वो पहले मुझे मंत्र गाना सिखाती थीं और फिर जब में मंत्रों को सुर में गाने लगी तो मेरी फैमिली को पता चला कि मुझ में थोड़ी बहुत कला है. इस तरह से मेरी सिंगिंग की जर्नी शुरू हुई.
अभिलिप्सा पांडा ने बताया कि वो 8 अलग-अलग भाषाओं में गाना गा सकती हैं. म्यूजिक के बारे में बात करते हुए अभिलिप्सा पांडा ने कहा कि वो म्यूजकि को अपनी जिंदगी में काफी अहम मानती हैं. उन्होंने कहा कि जो बातें वो सामने से नहीं कह पाती हैं उन्हें म्यूजिक के करिए कहने की कोशिश करती हैं.
किसे अपनी इंस्पिरेशन मानती हैं अभिलिप्सा पांडा?
अभिलिप्सा पांडा ने इस सवाल पर कहा- वैसे तो मुझे सभी बहुत अच्छे लगते हैं. ऐसा कोई पर्टिक्युलर नही हैं, जिन्हें मैं फॉलो करती हूं. अभी के दौर में मुझे सुनिधि चौहान काफी अच्छी लगती हैं. अभिलिप्सा पांडा ने बताया कि उन्हें सुनिधि चौहान का गाना कैसी पहेली है ये…गाना काफी पसंद है.
अभिलिप्सा पांडा ने बताया कि वो 4 साल की उम्र से संगीत सीख रही हैं. पहले वो ओडिसी क्लासिकल संगीत सीखती थीं. लेकिन कुछ कारणों की वजह से वो उसे जारी नहीं रख पाई थीं. इसके बाद साल 2015 में उन्होंने एक इंस्टीट्यूट से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली है.
अभिलिप्सा पांडा ने बताया कि सिंगिंग के अलावा वो नेशनल लेवल कराटे में गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हूं. उनके पास ब्लैक बेल्ट है. अभिलिप्सा ने यह भी बताया कि उन्हें डांसिंग का भी काफी शोक है.