गायिका शारदा आयंगर का 89 साल की उम्र में निधन, ‘तितली उड़ी’ से मिली थी घर-घर में पहचान
मुम्बई (Mumbai)। सिंगर शारदा राजन आयंगर (Sharda Ranjan Iyengar) का निधन (Passes Away) हो गया है और 89 की उम्र में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। बुधवार को उनके मुंबई स्थित आवास पर निधन हो गया। गायिका की बेटी सुधा मदेरिया (her daughter Sudha Madeira) ने बताया कि वह कैंसर से जूझ रही थीं। हिन्दी फिल्म ‘सूरज’ (1966) के गीत ‘तितली उड़ी’ (Titli Udi) से उन्हें हर घर में पहचान मिली थी।
कैंसर का इलाज था जारी
पेशे से गायिका मदेरिया ने बताया, ‘बुधवार सुबह मुंबई में अपने घर पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका पिछले करीब छह महीने से (कैंसर का) इलाज चल रहा था।’ मदेरिया ने अपनी मां के निधन की सूचना पहले इंस्टाग्राम पर साझा की। उन्होंने लिखा, ”बेहद दुख के साथ मेरा भाई शम्मी राजन और मैं अपनी प्यारी मां, गायिका शारदा राजन की कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन की सूचना साझा कर रहे हैं। 25-10-1933 से 14-06-2023। ओम शांति।”
शारदा का करियर
शारदा के नाम से प्रसिद्ध शारदा राजन 1960 और 1970 के दशक में हिन्दी फिल्म जगत में सक्रिय रहीं। उनका सबसे लोकप्रिय गीत 1966 में आयी फिल्म ‘सूरज’ का ‘तितली उड़ी’ था। शारदा को 1970 में आयी फिल्म ‘जहां प्यार मिले’ में हेलेन पर फिल्माए गए गीत ‘बात जरा है आपस की’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गायिका का फिल्म फेयर पुरस्कार भी मिला था। उनके अन्य लोकप्रिय गीतों में फिल्म एन इविनंग इन पेरिस का ‘ले जा ले जा ले जा मेरा दिल’, फिल्म गुमनान का गीत ‘ आ आयेगा कौन यहां ‘, फिल्म दिल दौलत दुनिया का गीत ‘ मस्ती और जवानी हो उमर बड़ी मस्तानी हो’ और फिल्म सपनों का सौदागर का गीत ‘ तुम प्यार से देखों’ शामिल है।