CBI रिपोर्ट में सिसोदिया का नाम नहीं, एमसीडी चुनाव के लिए ‘आप’ का ट्रंप कार्ड
नई दिल्ली । दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में 10 दिन से भी कम समय बचा है, ऐसे में आम आदमी पार्टी (आप) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आबकारी नीति घोटाला में दायर पहले आरोप पत्र में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम शामिल नहीं होने के मुद्दे से निकाय चुनाव में फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कई बार दावा किया था कि आबकारी नीति से संबंधित कथित अनियमितताएं और पूरा घोटाला मनीष सिसोदिया के इर्द-गिर्द हुआ था। हालांकि, सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट में उनके नाम का जिक्र नहीं था।
आप के एक सूत्र ने कहा, यह पार्टी के लिए ईमानदारी के प्रमाण पत्र की तरह है और अब जनता इस पर चार दिसंबर को होने वाले एमसीडी चुनाव में फैसला देगी। सूत्र ने कहा, चार्जशीट में मनीष सिसोदिया के नाम का उल्लेख नहीं है, जिन्हें पहले नंबर एक आरोपी के रूप में फंसाया गया था।
उन्होंने कहा- आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व पिछले छह महीने से कह रहा है कि सिसोदिया के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। लेकिन इन सबके बावजूद, चार्जशीट में सिसोदिया का नाम भी शामिल नहीं किया गया क्योंकि कोई सबूत नहीं है। यह एमसीडी और गुजरात चुनावों से पहले सिसोदिया और पार्टी को बदनाम करने की साजिश थी। कुछ महीने बाद जैसे ही अरविन्द केजरीवाल गुजरात में चुनाव प्रचार में जुटे और वहां पार्टी को भरपूर समर्थन मिल रहा था, ध्यान बंटाने और आप को बदनाम करने के लिए बीजेपी ने मनीष सिसोदिया को बदनाम करने के लिए यह अभियान शुरू किया।
सीबीआई द्वारा शुक्रवार को चार्जशीट दायर करने के बाद आप नेताओं ने पार्टी की ईमानदारी को रेखांकित करते हुए मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने पार्टी को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत कहानियां गढ़ने के लिए भाजपा पर निशाना साधा। आप नेता आतिशी ने एक ब्रीफिंग में कहा, बीजेपी के नेता आप और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार को बदनाम करने के लिए पिछले छह महीने से पूरे देश को बेवकूफ बना रहे थे।
एक अन्य ब्रीफिंग में, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा को सिसोदिया को निशाना बनाने के लिए दिल्ली के छात्रों और उनके माता-पिता से माफी मांगनी चाहिए। इस बीच, मनीष सिसोदिया ने विवाद को लेकर प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग की और दिल्ली एल-जी और मुख्य सचिव को उनके पदों से हटाने की मांग की।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, मनीष सिसोदिया का नाम ईडी की चार्जशीट में नहीं है। शिक्षा क्रांति से दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले सिसोदिया को झूठे मामले में फंसाने के लिए क्या पीएम नरेंद्र मोदी को देश से माफी नहीं मांगनी चाहिए? क्या अच्छा काम करने वालों को जेल में डालने से देश आगे बढ़ेगा?
शनिवार को मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, एमसीडी चुनाव अब स्पष्ट हो गया है। अब जनता को तय करना है कि उन्हें अरविंद केजरीवाल के 10 काम चाहिए या भाजपा के 10 वीडियो। जनता चार दिसंबर को एमसीडी चुनाव में फैसला करेगी।
पार्टी सीबीआई चार्जशीट में सिसोदिया का नाम नहीं होने के मुद्दे पर जोर दे रही है, नगर निकाय चुनाव दो मुद्दों के इर्द-गिर्द विकसित होता दिख रहा है- तीन ‘कचरे के पहाड़’ और बहुचर्चित ‘आप’ की ‘ईमानदारी’।