रांची : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को रांची में भाजपा की झारखंड इकाई द्वारा आयोजित एक बैठक में हिस्सा लिया। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में चल रहे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी। सीएम ने कहा कि बॉर्डर पर हालात ठीक नहीं हैं और वहां की स्थिति चिंतनीय है। धीरे-धीरे हालात जरूर सुधरेंगे। सरमा ने कहा कि फिलहाल स्थिति बहुत खराब है। अभी भारत सरकार ने राज्य सरकारों को यह इजाजत नहीं दी है कि वे सीमा पार से किसी को आने की अनुमति दें। भारत सरकार को कूटनीतिक चैनल से काम करते हुए समस्या का समाधान निकालना होगा। इस मसले पर केंद्र का जो भी फैसला होगा, उसी के अनुरूप राज्य सरकार भी काम करेगी। असम की सरकार अपनी ओर से कोई अलग रुख नहीं अपनाएगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हुल गांधी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा असम सीएम ने कहा कि वह बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों पर नहीं बोलते हैं। कांग्रेस के नेताओं ने गाजा के लिए कितनी बार ट्वीट किया है। दो-तीन महीने पूर्व आप देखेंगे तो गाजा के लिए ट्वीट और धरना-प्रदर्शन देखने को मिलते हैं। कांग्रेस और उनके इकोसिस्टम ने गाजा के लिए खूब हंगामा किया। लेकिन, बांग्लादेश में हिन्दुओं के लिए कितनी बार ट्वीट किए। कितनी बार धरना-प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने साबित कर दिया कि देश में कही भी मुसलमानों को तकलीफ होगी तो हम हैं, लेकिन हिन्दुओं को तकलीफ है तो हम नहीं है। हम हिन्दुओं के बीच में हैं और उन्हें जातियों में तोड़ने का लक्ष्य है। गाजा के लिए 25 बार ट्वीट करेंगे। लेकिन, बांग्लादेश में हिन्दुओं के लिए ट्वीट नहीं करेंगे।” हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि आज बांग्लादेश में “जिस तरह हिंदुओं पर आक्रमण हो रहा है, वैसी ही परिस्थितियां भारत के कई जिलों में हैं, जैसे असम, झारखंड और पश्चिम बंगाल। हिंदुओं के सामने यह एक बड़ी चुनौती है।