भोपाल में तनाव-विवाद की स्थिति, बड़े नेता दल-बल के साथ मौके पर
भोपाल : भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए हो रहे चुनाव में राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस-भाजपा के कई दिग्गज नेता जिला पंचायत कार्यालय पहुंच गए हैं। भोपाल में स्थिति बड़ी रोचक है। कांग्रेस के दावे को माना जाए तो जिला पंचायत में उनके आठ सदस्य हैं, वहीं भाजपा उनके दावे को नकार रही है, जिसका परिणाम आज चुनाव के दौरान देखने को मिला।
भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सत्तारूढ़ दल भाजपा से मैदान संभाला हुआ है। वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी सहित विधायक मोर्चे पर डटे रहे। कई बार पुलिस प्रशासन और भाजपा नेताओं से उनकी टकराहट हुई। भारी गहमागहमी के बीच जिला पंचायत सदस्यों को वोटिंग के लिए लाया गया। वार्ड 3 से विजया राजोरिया को नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, विधायक रामेश्वर शर्मा और शैतान सिंह पाल लेकर पहुंचे थे। कांग्रेस ने अपनी ओर से कांग्रेस नेता अवनीश भार्गव की पत्नी वार्ड 10 की सदस्य रश्मि को उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का कहना है कि प्रशासन और पुलिस के बल पर यह सरकार की गुंडागर्दी नहीं चलेगी, क्योंकि उन्होंने इससे पहले भी चुनावों में हमारे प्रत्याशियों को डराने धमकाने का काम किया है।
जिला पंचायत के कुल सदस्य 10 हैं। चूंकि यह चुनाव गैर दलीय हुए हैं, इसलिए दोनों ही प्रमुख दल शुरू से जीत का दावा कर रहे हैं। चुनाव प्रक्रिया सुबह11 बजे शुरू हो गई। लेकिन आरोप है कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें धमका कर अपने कब्जे में लिया गया है। ऐसे में हम भले ही शाम 6 बजे तक रूकना पड़े तो हम कार्यालय में ही डटे रहेंगे। भाजपा की ओर से विजया को प्रत्याशी बनाने की बात कहीं जा रही है। इस दौरान भाजपा नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जो अन्य प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उसमें सागर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के भाई हीरा सिंह राजपूत का नाम है। इसी तरह दतिया से इंदिरा धीरू दांगी, शहडोल से प्रभा मिश्रा, ग्वालियर से दुर्गेश कुंवर सिंह, शाजापुर में हेमराज सिंह सिसोदिया, मुरैना में आरती गुर्जर सिंह, भिंड में कामना सुनील सिंह भदौरिया, कटनी में सुनीता रमेश मेहरा भी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
बड़वानी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने कविता आर्य को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया लेकिन मंत्री प्रेम सिंह पटेल के बेटे बलवंत पटेल नामांकन फार्म भरकर चुनाव मैदान में डटे रहे।