नई दिल्ली : नींद की गोलियाँ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है स्लिपिंग पिल लेना आपके लिए कुछ समय तक असरकारक और नींद से जुड़ी परेशानियां दूर करने वाला हो सकता है। लेकिन इन्हें लेने से पहले जरूरी है कि आप इनके बारे में कुछ जरूरी बातें जान लें, जो आपकी सेहत से सीधेतौर पर जुड़ी हैं। अधिकांश नींद की गोलियों को सेडेटिव हिपनॉटिक्स के रूप में जाना जाता है।
नींद की गोली के साइड इफेक्ट्स:
यह दवाइयों या ड्रग्स की दुनिया में एक अलग कैटिगरी है, जिसका उपयोग नींद को बढ़ाने और बनाए रखने के लिए किया जाता है। इन सेडेटिव हिपनॉटिक्स में बेंजोडायजेपाइन, बार्बिटूरेट्स और विभिन्न हिपनॉटिक्स शामिल होते हैं। बेंजोडायजेपाइन के सेवन से व्यक्ति को उनींदापन यानी हर समय ड्राउजीनेस फील होती है।
अधिक समय तक स्लिपिंग पिल्स लेने से हाथ की हथेलियों में जलन या कंपन्न महसूस हो सकता है। सिर्फ हथेलियों में नहीं ऐसी दिक्कत हाथों, पैरों या तलुओं में भी महसूस हो सकती है।
भूख अनियमित हो सकती है। पेट खराब रह सकता है या कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। कई बार डायरिया का कारण भी ये दवाइयां बन जाती हैं।
लंबे समय तक नींद की गोलियां लेने से शरीर पर नियंत्रण कई बार अचानक खो जाता है। ऐसे लोगों को लगातार नींद आने जैसा अहसास होता रहता है।
गला सूखना, गैस बनना, सिर में दर्द रहना, सीने में जलन होना, यादाश्त पर कम या ज्यादा असर होना, पेट में दर्द या मरोड़ होना, शरीर के किसी हिस्से में कंपन्न होना और उस पर नियंत्रण ना कर पाना आदि है।