स्मोकिंग करने वाले को कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा
कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में भी बड़ी तेजी से बढ़ रहा है और ऐसे में इससे बचे रहने के लिए जरूरी है कि आप अपने घरों में ही रहें। दुनियाभर में कोरोनावायरस के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के द्वारा अब एक नई गाइडलाइन जारी की गई है जो आपके लिए बेहद जरूरी है। आपको बता दें कि सीडीसी यूएसए गवर्नमेंट यूएसए डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज का एक हिस्सा है जो विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में आपको पूरी जानकारी देता है।
कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के द्वारा ऐसे लोगों को चेतावनी दी गई है जो लोग कई प्रकार की बुरी आदतों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ चुके हैं। नीचे इस बारे में पूरी डिटेल्स बताई जा रही है।
स्मोकिंग करने वाले रहें सावधान
सीडीसी की ओर से जारी नई गाइडलाइन में स्मोकिंग करने वालों को खास चेतावनी दी गई है। दरअसल कोरोना वायरस का संक्रमण रेस्पिरेट्री सिस्टम को प्रभावित करता है, जबकि स्मोकिंग करने वाले लोगों का रेस्पिरेटरी सिस्टम पहले से ही कमजोर होता है। कमजोर रेस्पिरेटरी सिस्टम होने के कारण अगर ऐसे लोग संक्रमण की चपेट में आते हैं तो यह गंभीर समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है। इसलिए अगर आप भी ऐसे लोगों में से एक हैं तो संक्रमण से बचे रहने के लिए अभी तक बताए गए सभी दिशा निर्देशों का पालन करें और स्मोकिंग करने से बचें।
हार्ट डिजीज से जूझ रहे लोगों को भी खतरा
कई लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियां भी होती हैं जिनमें से कुछ लोग हृदय रोग से भी परेशान रहते हैं। ऐसे लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचे रहने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इन लोगों को संक्रमण की चपेट में आने की आशंका अधिक होती है। हृदय रोग से जूझ रहे लोगों को संक्रमण हो जाने की स्थिति में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति, अन्य संक्रमित लोगों के मुकाबले अधिक गंभीर हो सकती है।
कैंसर का इलाज कराने वाले लोगों को भी रहना है सावधान
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की तरफ से जारी की गई नई गाइडलाइन में यह भी बताया गया है कि जिन लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि कैंसर आदि की बीमारी है या फिर उनका इलाज चल रहा है तो ऐसे लोगों को भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए हर जरूरी गाइडलाइन का पालन गंभीरतापूर्वक करना चाहिए। दरअसल, ऐसे लोगों के इलाज में विभिन्न प्रकार की दवाओं और इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण शरीर की कोशिकाएं एक्टिव रूप से अन्य बीमारियों को रोकने में बहुत कमजोर हो जाती हैं। इसलिए ऐसे लोगों को निश्चित तौर पर संक्रमण से बचे रहने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन वालों को है इतना खतरा
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन भी करवाते हैं अगर इन लोगों ने हाल फिलहाल में ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन करवाया है तो ऐसे लोगों को भी कोविड-19 के संक्रमण से बचना बहुत जरूरी है। ऐसे लोग अगर एक बार संक्रमण की चपेट में आ जाएंगे तो इनके लिए स्वास्थ्य स्थिति बहुत बुरी हो सकती है। दरअसल, ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन में एक लंबी मेडिकल प्रक्रिया चलती है जिसके कारण शरीर के कई अंग शिथिल पड़ जाते हैं और उनकी एक्टिविटी पर भी पड़ता है। ऐसे लोग अगर संक्रमण की चपेट में आते हैं तो उनके लिए यह स्थिति काफी बुरी साबित हो सकती है।
मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी रहना है सावधान
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों को मोटापे की समस्या है उन्हें भी सीडीसी की ओर से विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। दरअसल, सीडीसी की ओर से यह कहा गया है कि जिन लोगों का बॉडी मास इंडेक्स 40 या उससे अधिक है उन लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने का खतरा अधिक होता है। इसका एक कारण यह भी है कि जिन लोगों को मोटापा होता है उन्हें कई प्रकार की बीमारियों का भी खतरा अधिक रहता है। इसलिए अगर आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए भी आपको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
छोटी-छोटी बातों पर भी दें ध्यान
इतना ही नहीं, कुछ लोगों के द्वारा यह भी देखा जा रहा है कि वह छोटी-छोटी बातों और सावधानियों पर भी लापरवाही बरत रहे हैं। सीडीसी के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए जारी की गई गाइडलाइन में यह भी कहा गया कि डेली बेसिस पर फॉलो करने वाली हर छोटी से छोटी सावधानी को जरूर बरतें जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने में काफी मदद मिल सकती है। अगर आप सब्जी और राशन लेने जा रहे हैं तो भीड़ से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, वापस लौटने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें, रेस्पिरेट्री हाइजीन का सुचारू रूप से पालन करें और ऐसे लोगों से दूर रहें जिनमें खांसने और छींकने के लक्षण दिखाई दें।