श्रीनगर : पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई, लेकिन घाटी के मैदानी इलाकों में लोग इस मौसम की ‘नव शीन’ को मिस कर रहे हैं। परंपरागत रूप से इस मौके पर कश्मीरी एक-दूसरे को बधाई देते हैं और सर्दियों की पहली बर्फबारी पर दोस्तों और रिश्तेदारों को उपहार भी भेजते हैं। बच्चे स्नोमैन बनाते और स्नोबॉल मैच खेलते हैं।इस प्रकार पहली बर्फबारी को ‘नव शीन’ (नई बर्फबारी) कहा जाता है और इस अवसर पर दी जाने वाली शुभकामनाओं को ‘नव शीन मुबारक’ कहा जाता है।
कश्मीर के मैदानी इलाकों में अब तक कोई बर्फबारी नहीं हुई है। 21 दिसंबर से शुरू हुई ‘चिल्लई कलां’ के नाम से जानी जाने वाली कड़ाके की ठंड की 40 दिन की अवधि आज 30 जनवरी को समाप्त होगी। तीन दिन पहले हुई बर्फबारी के चलते मुगल रोड भी बंद रहा। यह मार्ग राजौरी-पुंछ के रास्ते शोपियां होते हुए कश्मीर से जोड़ता है। इधर, जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिना किसी व्यवधान के यातायात जारी है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार फरवरी के पहले सप्ताह तक घाटी के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर पर बर्फबारी होने की संभावना है। जम्मू में रविवार दोपहर तक अच्छी धूप रही और शाम को हल्के बादल छा गए।
घाटी और जम्मू संभाग में न्यूनतम तापमान पहले ही काफी बढ़ चुका है, जिससे इस सर्दी में भारी बर्फबारी की संभावना कम हो गई है।
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 3.6, गुलमर्ग में माइनस 3.2 और पहलगाम में 0.7 डिग्री रहा।
लेह शहर में रात का न्यूनतम तापमान माइनस 5 और कारगिल में माइनस 6.6 रहा।
जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 9.3, कटरा में 9, बटोट में 5.1, भद्रवाह में 3.2 और बनिहाल में 4 डिग्री रहा।
ऊंचे इलाकों में बर्फबारी तो मैदानी इलाकों में छाए बादल
ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने के कारण रविवार को कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से ऊपर पहुंच गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुलमर्ग, टंगमर्ग, गुरेज, सोनमर्ग और कुपवाड़ा जिले के कई इलाकों में पहाड़ों पर हिमपात हुआ है। श्रीनगर शहर सहित कश्मीर के मैदानी इलाकों में आसमान बादलों से घिरा हुआ है।
इससे उम्मीद है कि प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में भी वर्षा या बर्फबारी हो सकती है। बादल छाए रहने के कारण रात के तापमान में काफी वृद्धि हुई है। जो पिछली रात की तुलना में पांच डिग्री से अधिक की वृद्धि है। यहां अधिकतम तापमान 8.9 डिग्री रहा।
पहलगाम में यह माइनस 0.8 डिग्री सेल्सियस, काजीगुंड में माइनस 0.6 डिग्री सेल्सियस और कुपवाड़ा में 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि वर्तमान में कश्मीर में सबसे ठंडे 40 दिनों का चिल्ले कलां का दौर चल रहा है। यह वह अवधि होती है जब इस पूरे क्षेत्र में शीत लहर चलती है और तापमान काफी गिर जाता है जिससे जल निकाय और पाइपों में पानी जम जाता है।