तो क्या कैंसिल हो सकता है टोक्यो ओलंपिक, क्या ऐसी है चर्चा ?
स्पोर्ट्स डेस्क : इस वर्ष जुलाई में टोक्यो ओलंपिक की मेजबानी होनी है. वही इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही इसको रद्द करने की अटकलें शुरू हो गयी है.
जापान की सत्तारुढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के दो शीर्ष अधिकारियों ने बोला कि टोक्यो ओलंपिक में आमूल-चूल बदलाव किया जा सकता है.
एक ने तो यहां तक राय दी है कि इन्हें अब भी कैंसिल भी किया जा सकता है और दूसरे ने बोला कि अगर इसे मेजबानी होती हैं तो इसकी मेजबानी बिना दर्शकों के होगी.
इससे पहले जापान की सत्तारुढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) एलडीपी के महासचिव तोशिहिरो निकाई ने टोक्यो ओलंपिक के लिए 100 दिन की उलटी गिनती शुरू होने के एक दिन बाद ही कैंसिल करने का सुझाव दिया.
उन्होंने जापान के टीबीएस टीवी द्वारा रिकार्ड किये गये शो में बोला कि अगर खेलों को आयोजित करना असंभव दिखता है तो इन्हें निश्चित रूप से कैंसिल किया जाना चाहिए. अगर ओलंपिक के चलते संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ तो ओलंपिक कराने का कोई मतलब नहीं होगा.
निकाई ने बोला कि निश्चित रूप से कैंसिल किया जाना अब भी एक विकल्प है. उन्होंने साथ में ये भी बोला कि जापान के लिए सफल ओलंपिक करना महत्वपूर्ण है.
ये बड़ा मौका है. मैं इन्हें सफल बनाना चाहता हूं. हमें कई मुद्दों का निपटारा करके तैयारी करनी होगी और ये अहम है कि हम एक एक करके इन्हें देखें.
जापान में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. बुधवार को ओसाका में 1,100 नये मामले सामने आये और ये जनवरी के बाद से यहां सबसे अधिक मामले हैं.
जापान में 4,000 से अधिक नये मामले निकले हैं जो वर्ष के आगाज के बाद सबसे अधिक हैं. वही जापान में कोरोना से 9,500 मौत हो चुकी हैं जो एशिया में खराब हैं.
जापान में टीकाकरण अभियान के प्रभारी सरकारी मंत्री तारो कोनो ने बोला कि अगर ओलंपिक होते भी हैं तो संभावना है कि ओलंपिक की मेजबानी खाली स्टेडियमों में किया जाए, विशेषकर अगर पूरे देश में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ती है तो.
इसका मतलब है कि सिर्फ टीवी कैमरा और ‘स्टिल कैमरा ही प्रतिस्पर्धाओं को रिकार्ड करेंगे जिसमें कुछ रिपोर्टर, जज और मैच अधिकारी होंगे. पोस्टपोन हुए 2020 ओलंपिक तीन महीने बाद 23 जुलाई से शुरू होंगे वही पैरालंपिक की मेजबानी 24 अगस्त से होगी. विदेशों से खेल प्रेमियों को पहले ही बैन लगाया जा चुका है.
अब देश में कोरोना से संक्रमित मामले बढ़ने से जापानी दर्शकों को दूर रखा जा सकता है. कोनो ने गुरूवार को टीवी ‘टॉक शो पर बोला कि लगता है कि अब सवाल ये है कि ओलंपिक का आयोजन किस तरह किया जाये जो इस तरह की स्थिति में संभव हो. उन्होंने बोला कि, इसका मतलब ये भी हो सकता है कि इन्हें देखने के लिए कोई भी दर्शक मौजूद नहीं हो.
कोनो ने हालांकि ये नहीं बोला कि ओलंपिक का आयोजन नहीं किया जायेगा लेकिन उन्होंने बोला कि इनका आयोजन सिर्फ ‘निश्चित परिस्थितियों में हो सकता है.
उन्होंने बोला कि ओलंपिक का आयेाजन जिस तरह से किया जायेगा, वो बीते ओलंपिक के आयोजन से अलग तरह का होगा. टोक्यो ओलंपिक के आयोजक बोल चुके हैं कि वे प्रत्येक स्थल में एंट्री करने के लिए दर्शकों की संख्या पर फैसले का ऐलान इस महीने में होंगे.
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