लखनऊ। साल 2019 के अंत में सूर्य ग्रहण गुरुवार सुबह 8.09 बजे से 10.59 बजे तक रहा। इसे सूर्य ग्रहण देश के विभिन्न हिस्सों में देखा गया।
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिरों में शुद्धिकरण का काम शुरू कर दिया गया है। शुद्धिकरण के बाद मंदिरों के पट खोले जाएंगे और आरती की जाएगी। बुधवार रात 8 बजे से सूतक लग गया था। बुधवार को रात में 8 बजे सभी प्रमुख मंदिरों के पट बंद कर दिए गए। सूतक लगने से पहले ही मंदिरों में शयन आरती भी रात 8 बजे के पहले कर ली गई थी।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में आज सूर्यग्रहण देखने को कोशिश की, लेकिन आकाश में बादलों के कारण उन्हें निराशा हाथ लगी। सूर्य ग्रहण का सबसे अच्छा नजारा दुबई में देखने को मिला जहां चांद पूरी तरह सूर्य के सामने रहा और ‘रिंग ऑफ फायर’ का नजारा दिखा।
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इस तरह विदा हो रहे साल 2019 का आखिरी सूर्यग्रहण दुनियाभर में देखा गया।
PM Modi tweets,"Like many Indians, I was enthusiastic about #SolarEclipse. Unfortunately, I could not see Sun due to cloud cover but I did catch glimpses of eclipse in Kozhikode & other parts on live stream. Also enriched my knowledge on the subject by interacting with experts." pic.twitter.com/s97rELVuMW
— ANI (@ANI) December 26, 2019
सूर्य ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। भोजन नहीं करना चाहिए। घर में साफ-सफाई होना चाहिए। स्थान करने के बाद एक स्थान पर बैठकर अपने आराध्य देव का नाम जपें। सूरत या ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते रखना चाहिए। इससे शुद्धता बनी रहती है।
ग्रहण काल के दौरान बीमार लोगों के हाथ से दान करवाया जाए, तो बीमारी दूर होती है।ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में रखी खाने-पीने की चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण समाप्त होने के बाद घर, खासतौर पर पूजा कक्ष का शुद्धिकरण किया जाना चाहिए। गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।