बीएमसी का एक और नोटिस मिलने पर बोले सोनू सूद- ‘किसी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं’
मुंबई: सोनू सूद भले ही कोरोना काल में जरूरतमंदों की मदद कर ‘मसीहा’ कहलाने लगे हों लेकिन उनकी मुश्किलें भी लगी रहती हैं। अब खबर है कि बृह्ममुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने उन्हें फिर से नोटिस भेजा है। सोनू सूद पर जुहू स्थित 6 मंजिला होटल में अवैध निर्माण का आरोप है। इसी साल जुलाई में बीएमसी ने उन्हें होटल को वापस रेजिडेंट बिल्डिंग में बदलने और अवैध निर्माण को हटाने के लिए कहा था। यह मामला कोर्ट तक पहुंचा और उस वक्त सोनू ने कहा कि वह खुद ही बिल्डिंग का नवीनीकरण (रिनोवेट) करेंगे।
बीएमसी का आरोप
बीएमसी ने सोनू सूद को 15 नवंबर को नोटिस भेजा। बीएमसी का कहना है कि सोनू ने अपनी बिल्डिंग को रिनोवेट नहीं किया है। जवाब में सोनू ने कहा कि उन्होंने पहले से ही इसे बदल दिया है और कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है। नए नोटिस में बीएमसी ने सोनू सूद को लिखा कि ‘आपने अपनी चिट्ठी में कहा कि आपने बिल्डिंग की मौजूदा पहली से छठी मंजिल पर ठहरने/खाने की गतिविधि बंद कर दी है और इसका अपयोग स्वीकृत योजना के अनुसान रेजिडेंशियल उद्देश्यों के लिए ही किया जाएगा। साथ ही आपने बताया कि जोड़ने/बदलने/नवीनीकरण के लिए आवश्यक कार्य प्रगति पर है… 20 अक्टूबर 2021 को इस कार्यालय का निरीक्षण किया गया और यह पाया गया कि आपने अभी तक स्वीकृत योजना के अनुसार काम शुरू नहीं किया है।‘ इस बारे में सोनू सूद ने कहा कि उन्होंने पहले ही इसे बदल दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में सोनू सूद कहते हैं, ‘हम पहले ही मरम्मत कर चुके हैं। हमने बीएमसी को सभी विवरण भेज दिए हैं और कागजी कार्रवाई का काम चल रहा है। मैं किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं हूं।‘
एक्टिविस्ट ने की थी शिकायत
एक एक्टिविस्ट गणेश कुसमुलु ने सोनू सूद के खिलाफ लोकायुक्त से शिकायत की थी और कहा था कि पुलिस को सोनू सूद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। होटल को अब गर्ल्स हास्टल में बदल दिया गया है। बीएमसी केवल नोटिस जारी कर रही है और तोड़ने के एक्शन में देरी कर रही है।