कार्डियो-रेस्पिरेटरी अरेस्ट से हुई एसपी बालासुब्रमण्यम की मौत
चेन्नई: अपनी मखमली आवाज से पांच दशक तक लाखों प्रशंसकों के दिलों पर राज करने वाले मशहूर गायक एस. पी. बालासुब्रमण्यम का शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। अगस्त में कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद से उनका यहां इलाज चल रहा था।
एमजीएम अस्पताल ने एक बयान में कहा कि 74 वर्षीय गायक की हालत बृहस्पतिवार को काफी बिगड़ गई थी और उन्होंने शुक्रवार दोपहर एक बजकर चार मिनट पर अंतिम सांस ली।
हालांकि, अस्पताल का कहना है कि चार सितम्बर को हुई कोविड-19 जांच में वह संक्रमण मुक्त पाए गए थे। बालासुब्रमण्यम ने अपने पांच दशक से अधिक लंबे करियर में अपनी गायकी से लाखों दिलों को जीता। विभिन्न भाषाओं में 40 हजार से अधिक गीत गाने वाले एसपीबी को छह बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2001 में उन्हें पद्म श्री और 2011 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया।
उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। एसपीबी के नाम से लोकप्रिय बालासुब्रमण्यम ने एक साक्षात्कार में काम को लेकर कड़ी मेहनत के कारण अपने बच्चों को बड़ा होते हुए नहीं देख पाने को लेकर अफसोस जताया था।
उन्होंने 2015 में अपने करियर के 50वें साल की शुरुआत पर दिए इस साक्षात्कार में कहा था, ‘‘मैं अपने बच्चों को बड़ा होते नहीं देख पाया। मैंने अपने जीवन के पूरे 49 साल गायकी के नाम कर दिए। मैं रोजाना 11 घंटे काम करता हूं। मैंने अपने बच्चों को बड़े होते नहीं देखा।’’
बालासुब्रमण्यम के निधन की जानकारी देते हुए उनके बेटे और फिल्मकार एसपी चरण ने पत्रकारों से कहा कि पिता के प्रशंसकों के दिलों में उनके गीत हमेशा जिंदा रहेंगे।
चरण ने बालासुब्रमण्यम के स्वास्थ को लेकर प्रार्थना करने वाले सभी लोगों, उनका उपचार करने वाले डॉक्टरों, नर्सों और सभी प्रशासनिक कर्मचारियों के सहयोग के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
एमजीएम हेल्थकेयर ने एक बयान में कहा कि तमाम कोशिशों के बावजूद शुक्रवार सुबह बालासुब्रमण्यम की हालत और बिगड़ गई और उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया था।
अस्पताल ने कहा, ‘‘ बेहद दुख के साथ हमें यह बताना पड़ रहा है कि दोपहर एक बजकर चार मिनट पर उनका निधन हो गया।’’ एस पी बालासुब्रमण्यम का पूरा नाम श्रीपति पंडिताराध्युला बालासुब्रमण्यम था। मोहम्मद रफी के गानों से प्रभावित बालासुब्रमण्यम ने हजारों सदाबहार गाने गाए । सभी तरह के गानों को उन्होंने अपनी आवाज दी, चाहे खुशी के नगमे हों या दर्द भरे गीत। उन्होंने 1966 में पहला गीत गाया था।
उन्होंने संगीत क्षेत्र में अपना मुकाम तब बनाया जब टी एम सुंदरराजन और पीबी श्रीनिवास जैसे गायकों का दबदबा था। वर्ष 1969 में एमजीआर अभिनीत ‘अदिमाईपेन’ में उनका गाया ‘अयराम निलावे वा’ बहुत लोकप्रिय रहा और उसके बाद वह बुलंदियों को छूते गए । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गायक को श्रद्धांजलि दी ।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया।
प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर, अभिनेता अक्षय कुमार, सलमान खान, रजनीकांत, कमल हासन समेत कई अन्य शख्सियतों ने उनके निधन पर शोक जताया ।
दोस्तों देश दुनिया की ताजातरीन सच्ची और अच्छी खबरों को जानने के लिए बनें रहें www.dastaktimes.org के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए https://www.facebook.com/
साथ ही देश और प्रदेश की बड़ी और चुनिंदा खबरों के ‘न्यूज़-वीडियो’ आप देख सकते हैं हमारे youtube चैनल https://www.youtube.com/