लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, मैनपुरी से डिंपल यादव को उतारा
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर टिकटों के ऐलान का सिलसिला शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी ने सीट शेयरिंग पर जारी बातचीत के बीच आज मंगलवार को लोकसभा चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी संसदीय सीट से उतारा गया है जबकि फिरोजाबाद सीट से अक्षय यादव को मैदान में उतारा गया है. धर्मेंद्र यादव बदायूं सीट से चुनाव लड़ेंगे.
समाजवादी पार्टी ने आज 16 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया. संभल लोकसभा सीट से बुजुर्ग नेता शफीकुर्रहमान बर्क को उतारा गया है. जबकि फिरोजाबाद संसदीय सीट से अक्षय यादव और मैनपुरी सीट से डिंपल यादव तो बदायूं से धर्मेंद्र यादव चुनावी ताल ठोंकेंगे. इस तरह से पहली लिस्ट में प्रदेश की सियासत में बेहद अहम माने जाने वाले यादव परिवार के 3 सदस्य शामिल हैं. इस लिस्ट में अखिलेश यादव का नाम नहीं है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर से काजल निषाद को उतारा गया है, जबकि पड़ोसी सीट बस्ती से राम प्रसाद चौधरी साइकिल की सवारी करेंगे. अंबेडकरनगर संसदीय सीट से लालजी वर्मा को टिकट दिया गया है. फैजाबाद सीट से सपा की ओर से अवधेश प्रसाद चुनौती पेश करेंगे. बांदा लोकसभा सीट से शिवशंकर सिंह पटेल को मौका दिया गया है. राजधानी लखनऊ से सपा ने रविदास मेहरोत्रा को उतारा है. उन्नाव सीट से श्रीमती अनु टंडन सपा की चुनौती पेश करेंगी. खीरी सीट से उत्कर्ष वर्मा, एटा से देवेश शाक्य, धौरहरा सीट से आनंद भदौरिया और अकबरपुर सीट से राजाराम पाल को टिकट दिया गया है.
समाजवादी पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की पहली लिस्ट तब जारी की गई है जब विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA के घटक दलों के साथ सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है. हालांकि एसपी की ओर से सहयोगी दलों (कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल (RLD), को राज्य की 80 में से 18 लोकसभा सीट दिए जाने की पेशकश पसंद नहीं आ रही है. दोनों ही दल ज्यादा सीट की मांग कर रहे हैं. राज्य में मुख्य विपक्षी दल एसपी ने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में कांग्रेस को 11 सीट तो आरएलडी को 7 सीट देने को कहा है.
जबकि कांग्रेस का कहना है कि उसे साल 2009 में पार्टी की ओर से जीती गईं 21 से अधिक सीटें दी जाएं, जबकि आरएलडी 7 की जगह 8 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है. 2009 के चुनाव में कांग्रेस को यूपी में 21 सीट पर जीत मिली थी, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने 20 सीट अपने नाम किया था. एसपी ने 23 सीट पर परचम लहराया था, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 10 सीट जीतने में कामयाब रही थी. आरएलडी के खाते में 5 सीटें गई थीं और एक पर निर्दलीय उम्मीदवार का कब्जा रहा. अखिलेश यादव की ओर से फिरोजाबाद सीट खाली करने की सूरत में कराए गए उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी.