‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम रोको’ आंदोलन को मिला चंद्रशेखर का समर्थन, पुलिस ने वापस लौटाया
मुरादनगर: भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर भी कूद गए हैं। 11 जून यानी आज किसानों के ‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम रोको’ आंदोलन में भाग लेने जा रहे चंद्रशेखर को पुलिस ने मुरादनगर में ही रोक लिया।
करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद पुलिस ने चंद्रशेखर को वापस दिल्ली भेज दिया। चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आवाज दबाने का काम कर रही है। वहीं, भोजपुर के गांव मुरादाबाद में किसान आंदोलन है। किसान एक परियोजना एक मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं। एडीएम फाइनेंस और एसपी ग्रामीण किसानों से वार्ता कर रहे हैं।
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोर टीम के सदस्य व किसान नेता सत्यपाल चौधरी ने बताया कि जिला प्रशासन के वायदों से मुकरने से दुखी किसानों ने विभिन्न राजनीतिक दलों के मुखिया से समर्थन की गुहार लगाई थी। आंदोलन में समर्थन की चिट्ठी आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर के पास भी पहुंची। किसानों की बात को उन्होंने गंभीरता से लिया है। एक्सप्रेस-वे के चलते अपनी जमीन खो चुके किसानों की मदद करने की उन्होंने बात कही है। चंद्रशेखर ने किसानों व क्षेत्र के लोगों द्वारा सड़क निर्माण कार्य बंद कराने को अपना समर्थन देते हुए आंदोलन में शामिल होने का आश्वासन दिया जिसके लिए वह मेरठ जा रहे थे लेकिन उन्हें और उनके साथियों को बीच में ही रोक लिया गया है। अब वह प्रशासन ने आगे जाने की अनुमति मांग रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि किसानों और मजदूरों की लड़ाई में वह सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने किसानों को बार-बार आश्वासन देकर टरकाने की कठोर निंदा की। बता दें कि किसानों के इस आंदोलन को रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी समर्थन दे चुके हैं।