अस्पताल में मरीजों के बेड पर आराम फरमा रहे स्ट्रीट डॉग, स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल
जबलपुर: मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपए का बजट खर्च करती है, लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेपटरी नजर आती हैं. ताजा मामला जबलपुर के ग्रामीण क्षेत्र शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के बेड पर स्ट्रीट डॉग सोते नजर आ रहे हैं. पूरे अस्पताल में गंदगी का अंबार है.
वहीं, अस्पताल के हर कोने में कचरे का ढेर दिख रहा है और पूरे अस्पताल में स्ट्रीट डॉग ही नजर आ रहे हैं. ऐसे में हालात और खराब हो जाते हैं जब अस्पताल में स्टॉफ भी नजर नहीं आता. दरअसल, शहपुरा के रहने वाले सिद्धार्थ जैन अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर सुबह करीब 3 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य शहपुरा पहुंचा था. लेकिन वहां जब हालात देखें तो वह खुद हैरान हो गया.
जहां पूरे अस्पताल में स्ट्रीट डॉग नजर आ रहे थे. स्टाफ के नाम पर केवल एक नर्स थी, डॉक्टर मिले नहीं लिहाजा इस बदहाली को सिद्धार्थ जैन ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाएं किस तरह से बदहाल है. यह वीडियो उसकी हकीकत बयां कर रहा था. हालांकि, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन सीएमएचओ संजय मिश्रा ने बीएमओ डॉ सी के अतरौलिया को नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है.
बता दें कि, जिस अस्पताल के वार्ड में बीमार मरीजों को भर्ती किया जाता है, लेकिन यहां मरीजों के बेड पर आवारा कुत्ते सो रहे हैं और जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन बेफिक्र है. लेकिन बदहाली की यह पहली तस्वीर नहीं है. इससे पहले भी ऐसी कई तस्वीर स्वास्थ्य केंद्र से सामने आई है. तस्वीर इसलिए भी शर्मसार करने वाली है. क्योंकि इसी अस्पताल की कुछ दिनों पहले तस्वीरे सामने आई थी. जहां कड़ाके की ठंड के बावजूद भी ऑपरेशन कराने आई महिलाओं को जमीन पर लिटाया गया था. एक तरफ मरीजों को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. तो वहीं, दूसरी तरफ कुत्ता बेड पर आराम कर रहे है. वायरल तस्वीर के बाद अस्पताल प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है.
इस मामले में जबलपुर जिले के सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है, लिहाजा जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगा गया है. साथ ही इस पूरे मामले पर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं. सीएमएचओ संजय मिश्रा का कहना है कि अगर 24 घंटे के अंदर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो इस मामले पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.