मध्य प्रदेश : प्रदेश में लापरवाही बरतने वालों पर फिर हुई सख्त कार्रवाई 4 निलंबित,कईयों के लाइसेंस निरस्त
भोपाल : मध्य प्रदेश में सरकारी कामों में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में आधार से मतदाता परिचय पत्र जोड़ने में लापरवाही पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने तीन बीएलओ को निलंबित कर दिया गया है, वही 150 को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने फर्जी मतदाता परिचय पत्रों, एक ही नाम सूची में दो बार व अलग-अलग जगह होने पर रोक लगाने और सभी मतदाताओं को चिन्हित करने के लिए इन्हें आधार से लिंक करने का अभियान शुरू किया है।
ग्वालियर में बस में रिश्तेदारों को मुफ्त में नहीं बैठाने पर कंडक्टर से मारपीट करने की शिकायत के बाद एसएसपी अमित सांघी ने आरोन थाने के सिपाही बृजेंद्र सिंह गुर्जर को निलंबित कर दिया है। वही विभागीय जांच के आदेश दिए है।वही जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य अभियानों के कार्यक्रमों के संचालन में लापरवाही बरतने पर सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने 12 कर्मचारियों का 7 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए है।वही शहरी क्षेत्र जोन दो व चार में आने वाले वार्ड चिकित्साधिकारियों का कार्य संतुष्टीपूर्ण न होने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है, जिन्हें अपना जवाब कलेक्टर को देना होगा।
सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा की कार्रवाई के बाद एएनएम पुष्पा प्रजापति, भूरी देवी, प्रीति बघेल, अनीता सिंह, बबीता शाक्य, गीता कबीर, रेखा आर्य, प्रियंका तिवारी, देवकी रावत एवं एलडीसी एमआइएस सुमन दादोरिया, गौरव चतुर्वेदी, अनुराधा पाराशर। इसके अलावा एपीएम रेखा अग्रवाल और बीसीएम धर्मवीर शुक्ला को बैठक से अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस दिया गया।
वही बड़वानी में चुनावी कार्यों में लापरवाही बरतने, मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन एवं बिना सूचना के मीटिंग से अनुपस्थित रहने पर एसडीएम बड़वानी ने विधानसभा के 47 बीएलओं को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया है।सूचना पत्र में जवाब संतुष्टिपूर्वक नही होने पर उन्हे निलंबित किया जायेगा। वही एसडीएम धनगर के जनपद पंचायत बड़वानी एवं पाटी के सीईओ, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बड़वानी एवं पाटी तथा परियोजना अधिकारी बड़वानी एवं पाटी को भी उक्त बीएलओं के तीन दिवस का वेतन काटने के लिए निर्देशित किया है।
एसडीएम बड़वानी घनश्याम धनगर से प्राप्त जानकारी अनुसार विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 190 के मतदान केन्द्र गोलगांव के बीएलओ अमरसिंग रावत, घोंघसा के बीएलओ तुलसिंग सोलंकी, वन के बीएलओ फुगाबाई सोलंकी, पिपरकुण्ड के बीएलओ बसंत पाटिल, उबादगढ़ के बीएलओ डमरसिंह डावर एवं जितेन्द्र बोध, बोकराटा के बीएलओ संजय बर्डे, देवगढ़ के बीएलओ विनोद आर्य, गोलपाटीवाड़ी के बीएलओ हीरालाल गोखरिया, कालाखेत के बीएलओ इमलाल मुजाल्दे, सेमली के बीएलओ संतोष यादव, देरवालिया के बीएलओ राजेश भावसार, रानीपुरा के बीएलओ देवीसिंग चैहान, रोसमाल के बीएलओ कैलाश सोलंकी, पोखल्या के बीएलओ सलिता भुगवाड़े, हाटबावड़ी के बीएलओ हरिश राठौड़, झामर के बीएलओ गाठियासिंह सिसोदिया, गंधावल के बीएलओ रामचन्द्र चौहान एवं रमेश जमरे, पलवट के बीएलओ भाउसिंह डावर, वलन के बीएलओ वर्षा जमरे, ओसाड़ा के बीएलओ बीएस नर्गेस एवं बाला जमरे, ठेगच्या के बीएलओ जगदीश चौहान एवं धर्मेन्द्रसिंह रणदा, पंचगांव के बीएलओ भारती राठौड़, डोंगरगांव के बीएलओ संजय सोनेर, बड़वानी के बीएलओ प्रतिभा सोलंकी, सकाराम गुर्जर, भगवती मुकाती एवं अरविंद पटेल, बंधान के बीएलओ पवन मेरिया, चारणखेड़ा के बीएलओ आबासिंह जमरे, मरदई के बीएलओ रविन्द्र गोयल एवं चुन्नीलाल सोलंकी, सुस्तीखेड़ा के बीएलओ नितीन सांवले तथा अलीराम अलावे, सजवानी के बीएलओ मोहनलाल गेहलोत, करी के बीएलओ महिमाराम सोलंकी, बोरलाय के बीएलओ नितेश सुल्या, लोनसरा खुर्द के बीएलओ शिवराम अलावे, रेहगुन (सजवानी) के बीएलओ विजय सोलंकी, पाचुपला उत्तर के बीएलओ मंजुला राठौर, टेमला के बीएलओ तेरसिंह किराड़े, चिकल्या के बीएलओ पियुष गेहलोत, मेणीमाता के बीएलओ निरेश वर्मा एवं सुखपुरी के बीएलओ लीला अलावे को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया गया है।
वही जबलपुर के न्यू लाइफ सिटी हॉस्पिटल में हुई आग की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के 92 प्राइवेट अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। इसमें मंदसौर के 4 निजी अस्पताल भी शामिल हैं। विभाग ने जांच के लिए कमेटी बनाई थी। इसमें खामियां मिलने पर एक्शन लिया गया है।इस जांच में जांच में खामियां मिलने के बाद अस्पतालों को शोकॉज नोटिस जारी किए हैं। संतोषजनक जवाब न मिलने पर 4 निजी अस्पतालों नई आबादी स्थित जैन हॉस्पिटल, बंटी चौराहा स्थित जैन आर्थोपेडिक, स्टेशन रोड स्थित आरस नेत्रालय व घंटाघर क्षेत्र स्थित शुक्ला हॉस्पिटल नर्सिंग होम के लाइसेंस कैंसिल कर दिए हैं।