पंजाब में बाढ़ के कारण तबाही! डिप्टी कमिश्नरों को जारी हुए सख्त आदेश

जालंधर: पिछले कई दिनों से पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण पंजाब के डैमों में पानी का स्तर बढ़ने के मद्देनजर पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल ने प्रभावित जिलों में स्थिति का विस्तृत जायजा लेने के लिए सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नरों के साथ टैलीफोन पर बातचीत की। कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए तुरंत राहत प्रबंध करने के सख्त आदेश दिए।
पंजाब भवन में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान उन्होंने बताया कि कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर आदि जिलों में से गुजरते दरियाओं के बांधों के अंदरूनी तरफ वाले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि दरियाओं में पानी का स्तर बढ़ रहा है और बाढ़ वाले क्षेत्रों में किसानों द्वारा बनाए गए अस्थाई बांधों में दरारें आ गई हैं।
उन्होंने बताया कि कपूरथला, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों का करीब 14,200 एकड़ क्षेत्र बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ है। इसमें से जिला कपूरथला के क्षेत्र में जनसंख्या प्रभावित हुई है जबकि फाजिल्का और फिरोजपुर का प्रभावित क्षेत्र कृषि अधीन है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन लोगों की हरसंभव सहायता के लिए मौजूद है।
उन्होंने बताया कि फील्ड में 4 सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर (एस.इज), 10 एक्सियन, 20 एस.डी.ओ. और 200 फील्ड स्टाफ (समेत जे.ई.) निरंतर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि संवेदनशील क्षेत्र को सैक्टरों में बांटा गया है ताकि तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कैम्प स्थापित करने के निर्देश दिए जिससे बेघर हुए लोगों को आश्रय, भोजन और डाक्टरी सहूलतें दी जा सकें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा बनाएं बांध सुरक्षित हैं और इन बांधों से पानी का कोई ओवरफ्लो नहीं हुआ है। इन बांधों पर रोस्टर-आधारित मजबूत टीमों द्वारा 24 घंटे सख्त निगरानी की जा रही है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को पशुओं की सुरक्षा और तंदुरुस्ती के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए, जिसमें अलग शैल्टर बनाना, चारा और पीने वाले पानी की सप्लाई को यकीनी बनाना और प्रभावित क्षेत्रों में वैटरनरी टीमों की तैनाती करना शामिल है।