जुलाई के अंतिम दिनों में मानसून की जोरदार वापसी: अगस्त में भी बनी रहेगी सक्रियता, 2 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट
नई दिल्ली: जुलाई के अंतिम दिनों में मानसून का हाल बेहद खुशनुमा है। इस बार मानसून ने जुलाई में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं की, लेकिन जैसे-जैसे महीना खत्म हो रहा है, मौसम में थोड़ी राहत देखने को मिल रही है। सावन के दूसरे सोमवार को पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया।
सोमवार की सुबह पंजाब और हिमाचल के विभिन्न जिलों में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। जालंधर, पठानकोट, अमृतसर, गुरदासपुर और अन्य जिलों में बादल छाए रहे और बारिश का सिलसिला जारी रहा। हिमाचल प्रदेश में बारिश का आंकड़ा 8.8 एमएम तक पहुंच गया, जबकि पंजाब में यह आंकड़ा 7.6 एमएम रहा। विशेषकर हिमाचल के जोगिंदर नगर में 50 मिमी, धर्मशाला में 48 मिमी और शिमला में 23 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि, इस बारिश के बावजूद कुछ जगहों पर मानसून की बेरुखी देखने को मिल रही है।
हिमाचल प्रदेश में, सोमवार को चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर दतयार के पास लैंडस्लाइड की वजह से एक गाड़ी चपेट में आ गई, जो चंडीगढ़ से अखबार लेकर जा रही थी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। यह घटना मानसून की सक्रियता और खराब मौसम का एक दर्दनाक उदाहरण है। वहीं, हरियाणा में मानसून की बेरुखी जारी है। जुलाई के महीने में सामान्य से 39% कम बारिश हुई है, जिससे राज्य के 15 जिलों को रेड जोन में डाला गया है।
इसके अतिरिक्त, 3 जिले बेहद कम बारिश के कारण यलो जोन में हैं। यह स्थिति पिछले 6 वर्षों में पहली बार आई है जब जुलाई में इतनी कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों में उत्तरी भारत में मानसून की सक्रियता बढ़ेगी। हरियाणा में 31 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आने वाले दिनों में पंजाब और हरियाणा में मानसून की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है।
30 जुलाई से पंजाब के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं। 31 जुलाई और 1 अगस्त के बीच पंजाब के कई जिलों में बारिश हो सकती है। हरियाणा में भी 31 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इस बार मानसून की स्थिति पर नजर बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मौसम की गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है।