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जिंदगी को पटरी पर लाने की जारी है जद्दोजहद, 1000 वर्कर, दर्जनों मशीनें रात-दिन कर रहीं हैं काम

नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर ट्रेन दुर्घटना (Balasore train accident) स्थल पर मरम्मत का काम चल रहा है। यहां जिंदगी को पटरी पर लाने की जद्दोजहद जारी है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के मुताबिक, 1000 से अधिक कर्मी काम में लगे हैं। शीघ्र बहाली के लिए 7 से अधिक पोकलेन मशीन, 2 दुर्घटना राहत ट्रेन, 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं। दुर्घटना में 288 लोगों की मृत्यु और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

दक्षिण पूर्व रेलवे CPRO आदित्य कुमार चौधरी (South Eastern Railway CPRO Aditya Kumar Choudhary) ने बताया कि बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर 100 से अधिक लोगों द्वारा केवल ट्रैक को ठीक करने का कार्य चल रहा है। जितनी भी बोगी पलटीं थीं उनको हटा दिया है। मालगाड़ी की 3 में से 2 बोगियों को हटा दिया गया है। थोड़ी देर में ट्रैक को भी साफ कर दिया जाएगा। अभी OHE का काम किया जा रहा है और दूसरी तरफ से ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है। हम जल्द से जल्द कार्य खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। यहां 4-5 डिविजन और 2-3 ज़ोन की टीम काम कर रही है। यहां रेलवे के सारे अधिकारी मौजूद हैं। अभी तक मृतकों की संख्या 288 है।

दूसरी ओर ओडिशा में पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार यात्री एक विशेष ट्रेन से तमिलनाडु के चेन्नई रेलवे स्टेशन पहुंचे। यात्रियों की मदद के लिए पुलिस, TDRF और कमांडो तैनात हैं। स्टेशन के बाहर एंबुलेंस, टैक्सी और बसें भी मौजूद हैं।तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए. सुब्रमण्यम और राजस्व मंत्री थिरु के. के. एस. एस. आर रामचंद्रन चेन्नई रेलवे स्टेशन पहुंचे। वे यहां ओडिशा रेल हादसे में घायल लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायज़ा लेने और उनसे मिलने के लिए यहां पहुंचे हैं।

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