उत्तर प्रदेशराज्य

छात्रा आत्महत्या केस : शारदा यूनिवर्सिटी ने विभागाध्यक्ष समेत चार प्रोफेसरों को किया निलंबित, पुलिस बल तैनात

ग्रेटर नोएडा । ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा की आत्महत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए विभागाध्यक्ष समेत चार प्रोफेसरों को निलंबित कर दिया है।

साथ ही, निलंबित प्रोफेसरों को विश्वविद्यालय परिसर में आने से भी रोक दिया गया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय में छात्रों और सामाजिक संगठनों में भारी रोष देखा जा रहा है। लगातार कई संगठनों द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं और जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए प्रशासनिक जांच कमेटी के गठन की मांग की है। पुलिस प्रशासन भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच प्रक्रिया में तेजी ला रहा है। अब तक हॉस्टल वार्डन और संबंधित विभाग के कई स्टाफ से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस ने छात्रा के विभाग को सील कर दिया है और स्पष्ट किया है कि जांच पूरी होने के बाद ही विभाग को दोबारा खोला जाएगा।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो साक्ष्यों को भी कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। विश्वविद्यालय परिसर और छात्रावास में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। सुरक्षा के मद्देनजर परिसर के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

गौरतलब है कि गुरुग्राम निवासी छात्रा ने बीते शुक्रवार को छात्रावास के अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उसने अपने विभाग के प्रोफेसरों और अन्य स्टाफ पर मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।

छात्रा ने नोट में दो शिक्षकों का नाम भी स्पष्ट रूप से लिखा है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, अन्य संदिग्ध कर्मचारियों और प्रोफेसरों से भी पूछताछ की जा रही है।

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