नई दिल्ली: जहां देश में एक तरफ कोरोना महामारी संक्रमण हैं तो वहीं दूसरी तरफ लाखों छात्रों को NEET और JEE की परीक्षा देने का संकट। इस कोरोना के बीच NEET और JEE की परीक्षाएं देने के लिए परीक्षार्थी तैयार नहीं है वो परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे है इसी बीच BJP के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने छात्रों की तुलना द्रौपदी और मुख्यमंत्रियों की तुलना कृष्ण की है और खुद को विदुर बताया है।
स्वामी ने ट्वीट पर खुद को बताया विदुर
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि आज NEET और JEE परीक्षा के मामले में, क्या छात्रों को द्रौपदी जैसे अपमानित किया जा रहा है? सीएम कृष्ण की भूमिका निभा सकते हैं। एक छात्र के रूप में और फिर 60 सालों तक प्रोफेसर के तौर पर मेरा अनुभव बताते है कि कुछ गलत होने वाला है। मुझे विदुर जैसा महसूस होता है।
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी पहले भी इस बात की वकालत कर चुके हैं कि जब 11 राज्य NEET और JEE की परीक्षा कराने का विरोध कर चुके हैं तो सुप्रीम कोर्ट जाने की जरुरत क्या है। उन्होंने कहा कि क्या राज्य के मुख्यमंत्रियों के पास कोई ताकत नहीं है। बता दें कि कुछ राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने पर विचार कर रही हैं।
कांग्रेस जायेगी सुप्रीम कोर्ट
इसके अलावा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर सात गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया था कि NEET और JEE परीक्षाओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इन सातों राज्य के मुख्यमंत्रियों ने कहा था कि वो केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
आपको बता दें कि 17 लाख छात्रों ने डाउनलोड कर चुके है NEET और JEE मेंस का एडमिट कार्ड। गौरतलब है कि JEE Mains, NEET Exams के विरोध के बावजूद 23 लाख स्टूडेंट्स में से 17 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए है।