छत्तीसगढ़राज्य

संभाग मुख्यालय व पड़ोसी राज्य से कटा सुकमा का संपर्क, जनजीवन अस्त-व्यस्त

सुकमा : बस्तर संभाग में तीन दिनों से जारी भारी बारिश से जिले के एक दर्जन से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट आ गए हैं। सुकमा और छिंदगढ़ ब्लॉक के अंदरूनी इलाकों में बहने वाली नदी नाले उफान पर हैं। सोमवार की अलसुबह इन नदियों का अचानक जलस्तर बढ?े से नदियों के आस-पास के कई इलाके बाढ़ के पानी से घिर गए। बाढ़ में फंसे कई लोगों को पुलिस जवानों ने निकाला गया। जिला प्रशासन ने राहत कार्य के लिए नगर सेना के सहयोग से कई इलाकों में लोगों को मदद पहुंचाई है। कलेक्टर हरिस एस ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जल भराव की स्थिति तथा सुरक्षा एवं राहत व्यवस्था का संज्ञान लिया।

जिला मुख्यालय के करीब से बहने वाली शबरी नदी का जलस्तर सोमवार को बढ़ जाने से पड़ोसी राज्य ओडिशा के मलकानगिरी से सुकमा का सड़क संपर्क टूट गया। मलकानगिरी मार्ग पर स्थित झापरा के पास नदी पर बने पुल पर चार फीट पानी बहने से आवागमन बाधित हो गया। दोनो तरफ बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लग गई। इधर जगदलपुर मार्ग पर स्थित पुलिस लाइन स्थित साईं मंदिर के पास एनएच-30 पर भी तीन से चार फीट जमा हो गया। जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग कई घंटो तक बंद रहा। बाढ़ की वजह से फंसे लोगों की मदद के लिए नगर सेना द्वारा मोटर बोट से पार कराया गया। इसके अलावा कोंटा मार्ग पर दुब्बा टोटा पुल, गादीरास-जीरमपाल मार्ग पर पुल में जल स्तर वृद्धि होने के कारण आवागमन अवरुद्ध हुआ है। छिंदगढ़ ब्लॉक मुख्यालय में बहने वाली गोरली नदी का जलस्तर सोमवार की सुबह अचानक बढ़ गया। अस्पताल पारा के करीब आधा दर्जन घर पानी में डूब गये हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह अचानक बाढ़ का पानी घर में घुस गया, घर में रखा सब सामान बर्बाद हो गया।

तोंगपाल क्षेत्र में लेदा-चियुरवाड़ा मार्ग पर बने पुलिया केबह जाने से मार्ग अवरूद्ध हो गया है। बताया गया कि डेढ़ साल पहले ही पीएमजीएसवाई योजना के तहत उक्त सड़क पर पुलिया का निर्माण किया गया था। पुल के बहने से नामा, कुमाकोलेंग, चिड़पाल समेत आधा दर्जन गांवों से संपर्क टूट गया है। लोगों को उस पार जाने केलिए लंबी दूरी तय कर दूसरे मार्ग से जाना पड़ रहा है।

कलेक्टर हरीस एस ने बताया कि राजस्व, पुलिस, नगर सेनानी एवं जनपद स्तर के अधिकारी पूरी सतर्कता के साथ तैनात हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आपात स्थिति निर्मित ना हो इसके लिए समस्त आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होने बताया कि झापरा पुल के अवलोकन के दौरान सीमावर्ती राज्य ओड़िसा के संबंधित अधिकारियों से सतत् सम्पर्क बनाए रखने के निर्देश एसडीएम को दिए गये हैं। इसके साथ ही सभी स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल एवं नगर सेनानी के जावानों को तैनात करने निर्देशित किया गया है।

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