धोखाधड़ी मामले में सुपरस्टार रजनीकांत की पत्नी ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- चुकानी पड़ती है सेलिब्रिटी होने की कीमत
नई दिल्ली: आखिरकार सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) की पत्नी लता रजनीकांत (Latha Rajinikanth) ने उनके खिलाफ दायर धोखाधड़ी के मामले पर अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। इस मामले रजनीकांत की पत्नी का कहना है यह उनके लिए सरासर अपमान की बात है। जानकारी दें कि उन पर जालसाजी का मामला है जिसे कर्नाटक हाईकोर्ट ने पहले रद कर दिया था लेकिन बीते अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने इसे फिर बहाल कर दिया था, जिससे वो मुश्किल में फंसी दिखती हैं।
जानकारी दें कि सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) की पत्नी लता रजनीकांत (Latha Rajinikanth) बीते 2015 में चेन्नई स्थित एक विज्ञापन फर्म द्वारा उनके खिलाफ दायर धोखाधड़ी के मामले (Cheating Case ) में बीते मंगलवार को बेंगलुरु की एक अदालत में पेश हुईं थीं। मामले पर फिलहाल कोर्ट ने लता को जमानत दे दी है और सुनवाई आगामी 6 जनवरी तक के लिए टाल दी गई है। इस केस के मामले में लता रजनीकांत ने मीडिया से कहा कि उन्हें इस मामले में ‘झूठा फंसाया गया’ है और उनका ‘पैसे से कोई भी लेना-देना नहीं है’।
इस बाबत अब उन्होंने कहा कि, “एक लोकप्रिय शख्सियत या यूँ कहें कि सेलिब्रिटी होने के नाते मेरे लिए ये अपमान, उत्पीड़न और शोषण का मामला है। यह वह कीमत है जो हम सेलिब्रिटी होने के नाते चुकाते हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है। कोई धोखाधड़ी नहीं हुई। जालसाजी और पैसे से मेरा भी कोई लेना-देना नहीं है।”
दरअसल उक्त विज्ञापन एजेंसी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उन्होंने लता रजनीकांत की व्यक्तिगत गारंटी पर 2014 की फिल्म ‘कोचादाइयां’ के पोस्ट-प्रोडक्शन का काम किया था, जिसे मीडियावन ग्लोबल एंटरटेनमेंट लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया था और इसके लिए 10 करोड़ रुपये का फंड दिया था। वह प्रोडक्शन कंपनी की निदेशक थीं। फिल्म ‘कोचादैयां’ में सुपरस्टार रजनीकांत ने अभिनय भी किया था। एजेंसी का दावा है कि मीडियावन ग्लोबल एंटरटेनमेंट लिमिटेड को 10 करोड़ रुपये और 1।2 करोड़ रुपये ‘गारंटी लाभ’ के रूप में वापस करने की आवश्यकता थी, लेकिन राशि का भुगतान नहीं किया गया।