15 हजार CCTV, भारी पुलिस, ड्रोन से निगरानी… बिजनौर में कांवड़ रूट पर तगड़ी सिक्योरिटी
बिजनौर : आज सावन का पहला सोमवार है. कांवड़ियों का जत्था निकल चुका है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कांवड़ रूट पर सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद है. चूंकि, जिले का मोटा महादेव मंदिर कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) का पहला पड़ाव माना जाता है. इसलिए कांवड़ यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान जारी किया है, जिस रूट से कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगा जल लेकर गुजरेंगे उन सभी रुटों पर कोई अन्य वाहन नहीं चलेगा.
बता दें कि बिजनौर कांवड़ यात्रा का पहला पड़ाव माना जाता है, क्योंकि हरिद्वार के बाद यह दूसरा जिला पड़ता है जहां से कांवड़ लेकर करीब 5 लाख कांवड़िये अलीगढ़, आगरा, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बरेली, हाथरस, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद आदि जनपदों के लिए रवाना होते हैं.
कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए बिजनौर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर जिन रास्तों से कांवड़िये गुजरेंगे उन सभी रास्तों पर करीब 15 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. भारी संख्या में पुलिस-फोर्स लगाई गई है. चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है. हरिद्वार से कांवड़ लेकर आने वाले कांवड़ियों की पहली एंट्री बिजनौर के भागुवाला क्षेत्र में होती है. इसके बाद कांवड़ यात्रा के पहले पड़ाव यानि जिले के प्रसिद्ध मंदिर मोटा महादेव पर ठहरते हैं. यहां पर जलाभिषेक कर आगे के गंतव्य को रवाना होंगे. परंपरा के अनुसार, मोटा महादेव मंदिर पर ही सबसे पहले कांवड़ यात्री भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं और तब आगे के लिए बढ़ते हैं. ऐसा करने के बाद ही उनकी कांवड़ यात्रा पूरी मानी जाती है.
यहां से जिन लोगों को बरेली, मुरादाबाद, कानपुर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा जाना है तो उनको नजीबाबाद, नगीना-धामपुर कोतवाली देहात शेरकोट चांदपुर से गजरौला और जिन्हें मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बुलंदशहर, अलीगढ़ के लिए जाना है या उत्तरांचल की साइड जाना है वे लोग अफजलगढ़, रामनगर, काशीपुर होते हुए रवाना होंगे. इन सभी रास्तों पर पुलिस चेक पोस्ट के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है.
पुलिस ने बिजनौर में रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया है. दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा से आने वाले सभी कांवड़ यात्रियों के वाहन बिजनौर से वाया मंडावर, चंदक, नांगल मंडावली और भागूवाला होते हुए हरिद्वार जाएंगे. जबकि, हरिद्वार से वापस आने वाले कांवड़ यात्री भागुवाला से मंडावली नजीबाबाद कोतवाली देहात नगीना, धामपुर, शेरकोट, अफजलगढ़, चांदपुर, गजरौला वाले रोड से निकलेंगे. जिन रूट से कांवड़िया वापस होंगे उन सभी रूट पर अन्य वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
एएसपी देहात राम अर्ज ने बताया कि सोमावर से शुरू हो रहे सावन माह में कांवड़ यात्रा को देखते पुलिस द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं. जिले को 3 सुपर जोन, 6 जोन ओर 21 सेक्टरों में बांटा गया है. कांवड़ियों की सुरक्षा के लेकर उनके आवागमन मार्ग पर पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी लगाए गए हैं. साथ ड्रोन कैमरों से भी नजर रखी जा रही है. इसके अलावा गांवों में भी कांवड़ समितियों का गठन किया गया, जो कांवड़ यात्रियों का सहयोग करेगी.