पटना में 12 जून को विपक्षी एकता का महाकुंभ, राहुल गांधी, केजरीवाल पर सस्पेंस, ये दिग्गज होंगे शामिल
पटना : भाजपा के खिलाफ ‘मिशन 2024’ को लेकर एका पर देशभर के विपक्षी दिग्गज बिहार (Bihar) की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में 12 जून को मंथन करेंगे। तकरीबन पांच घंटे यह बैठक चलेगी। सुबह 11 बजे बैठक आरंभ होगी और शाम 4 बजे तक इसके चलने के आसार हैं। इस महत्वपूर्ण बैठक को लेकर सरकार के मंत्री तथा रिष्ठ जदयू नेता संजय झा ने शुक्रवार को कहा कि 12 जून को पटना की धरती से पूरे देश में एक राजनीतिक संदेश जाएगा। देश को केन्द्र की मौजूदा तानाशाह सरकार से मुक्ति दिलाना ही हमारा एकमात्र एजेंडा है।
देशभर की विपक्षी पार्टियों को गोलबंद करने के क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिन-जिन नेताओं से मुलाकात की थी उनमें से ज्यादातर ने इस बैठक में शामिल होने की सहमति भेज दी है। सिर्फ बीजद की तरफ से कोई नहीं आएगा। बिहार के महागठबंधन में शामिल सभी 7 दल इस बैठक के साझा आयोजक हैं और विभिन्न प्रदेशों से आने वाले शीर्ष विपक्षी नेताओं का स्वागत सभी इकट्ठे करेंगे।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास में तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी कार्यालय में तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें कीं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा नेता अखिलेश यादव, रालोद नेता जयंत चौधरी ने बैठक में शामिल होने की सहमति भेज दी है। इंडियन लोकदल के नेता भी आएंगे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल संभवत: नहीं आएंगे। उनके प्रतिनिधि के रूप में आप से किसी प्रमुख नेता की सहभागिता होगी। माकपा से सीताराम येचुरी, भाकपा से डी. राजा और माले नेता दीपंकर भट्टाचार्य इस बैठक में सहभागी होंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन 12 जून को अपने प्रदेश में पहले से तय एक कार्यक्रम में व्यस्त रहेंगे। उनकी जगह डीएमके के दूसरे बड़े नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री टीआर बालू शिरकत कर सकते हैं।
विपक्षी दलों की इस महाबैठक में शामिल होने की सहमति कांग्रेस पार्टी ने भेज दी है। हालांकि कांग्रेस से कौन नेता बैठक में आयेंगे यह तय होना बाकी है। न्योता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों को ही है। बैठक की तिथि भी 12 जून इसलिए रखी गयी ताकि अपने विदेश दौरे से लौटकर राहुल गांधी इसमें शामिल हो सकें। राहुल गांधी भी देश में विपक्षी दलों की एका को लेकर उत्सुक हैं और अपने विदेश दौरे में भी उन्होंने विपक्षी एकता पर जोर दिया है। यहां तक कहा कि कुछ राज्यों में सीटों पर कुछ पेच है, लेकिन यह कोई मुद्दा नहीं है और आसानी से इसका समाधान निकाल लिया जाएगा।
पत्रकारों द्वारा विपक्षी एकता की बैठक को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पटना में आहूत विपक्षी नेताओं की बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सार्थक प्रयास का परिणाम है कि आज सभी विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। यह दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक होगा। इस बैठक के बाद एक दिशा में सब लोग दिखाई देंगे। कुछ जगहों पर एक दूसरे के साथ भ्रम है लेकिन 2024 के लिए सभी लोग एकजुट होने के लिए तैयार हैं।