नई दिल्ली : कई लोगों को पैरों में सूजन की समस्या होती है. लेकिन आम तौर पर हम इसके पीछे कई साधारण कारण जैसे थकान, अधिक पैदल चलना, चोट लगना, भारी वजन उठाना आदि की वजह मान लेते हैं. हालांकि, अधिकतर लोग इसे छोटी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं और इलाज नहीं करवाते. लेकिन पैरों में लगातार या अधिक सूजन किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. किडनी कमजोर होना, मधुमेह, हृदय रोग या उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का संकेत भी हो सकता है. इसलिए पैरों के सूजन को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.
यदि आपको बिना किसी खास वजह या शारीरिक परेशानी के लगातार पैरों में सूजन हो रही है, तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है.पैरों में सूजन आना किडनी की कमजोरी या खराब होने का संकेत हो सकता है. किडनी सही से काम करना बंद कर देने पर शरीर से विषैले पदार्थों और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में समस्या होती है, जिससे पैरों में सूजन शुरू हो जाती है.
अगर आपके पैरों में बिना किसी वजह के अकसर या लगातार सूजन आती रहती है, तो इसे हल्के में न लें. पैरों में पानी जमा होना और सूजन आना मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं का संकेत हो सकता है.मधुमेह रोगी के शरीर में इन्सुलिन का स्तर कम होता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज की मात्रा असामान्य रूप से बढ़ जाती है. इस कारण फेफड़ों और किडनियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है.
कई बार कोई व्यक्ति बिना किसी खास कारण के पैरों में सूजन की समस्या से जूझने लगता है. ऐसे में, यह सूजन किसी गंभीर बीमारी जैसे – हृदय रोग का लक्षण भी हो सकता ह.। कमजोर हृदय पम्प की वजह से शरीर के निचले हिस्सों में रक्त संचार कम हो जाता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है.