Swiggy अपने 1,100 कर्मचारियों को करेगा बाहर, कारोबार में नुकसान के चलते लिया फैसला
नई दिल्ली: फूड डिलीवरी प्लैटफॉर्म स्विगी (Swiggy) ने अगले कुछ दिनों में अपने 1,100 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है। कंपनी ने कोरोना वायरस के कारण अपने व्यापार को हुए नुकसान को देखते हुए यह फैसला लिया है। स्विगी ने सोमवार को इस बारे में घोषणा की है। स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने सोमवार को अपने कर्मचारियों से कहा, ‘हमें एक कठिन समय से गुजरना पड़ रहा है। फूड डिलीवरी बिजनेस पर काफी गहरा असर पड़ा है। यह कुछ समय तक रहेगा। हमें आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने के लिए लागत कम करने की जरूरत है। आज कंपनी के लिए एक दुख भरा दिन है।’
मजेटी ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित कंपनी का क्लाउड किचन बिजनेस हुआ है। उन्होंने कहा कि कंपनी उस बिजनेस को बंद कर रही है, जिसमें या तो पूरी तरह अस्थिरता आ रही है या अगले 18 महीनों तक उसकी जरूरत नहीं है। साथ ही मजेटी ने कहा कि सभी प्रभावित कर्मचारियों को कम से कम तीन महीने का वेतन दिया जाएगा।
हाल ही में ही ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की थी। जोमैटो ने अपने 13 फीसद कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने का निर्णय लिया है। साथ ही अपने शेष कर्मचारियों की सैलरी में 50 फीसद तक कटौती करने का निर्णय लिया है। वेतन में यह कटौती जून महीने से होगी। कंपनी के फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा था कि अब कंपनी के सभी कर्मचारियों के लिए भविष्य में पर्याप्त काम नहीं रहेगा और ऐसे में कंपनी को आने वाले खराब समय के लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि देशव्यापी लॉकडाउन को चौथे चरण में 31 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। हालांकि, इस चरण में कारोबारों को कई तरह की छूटें प्रदान की गई है। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से ही देश्व्यापी लॉकडाउन लागू है।