संतोष कुमार
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बांदा
आज उठनी थी दूल्हे की बारात, उठी अर्थी, चारों तरफ छाया गुमनाम अंधेरा
बांदा : जिस घर में बारात उठने की तैयारी हो रही थी, महिलाएं मंगल गीत गा रहीं थी। वहां जब…
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