सौंदर्य
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साहित्य
सौंदर्य
कजरा है नैनों में जैसे, मन मेरा ही समाया है। खुली रेशमी जुल्फों में, काले बदरा का साया है। शायद…
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कजरा है नैनों में जैसे, मन मेरा ही समाया है। खुली रेशमी जुल्फों में, काले बदरा का साया है। शायद…
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