21 दिन का लॉकडाउन महामारी से बचने के लिए है: श्रीकांत शर्मा
लखनऊ। कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन घोषित करने के बाद प्रदेश में सरकार की ओर से जहां जनता से इसका पालन करने की अपील की गई है। वहीं विपक्ष के नेता भी इस पर अपनी अपील व सलाह दे रहे हैं।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मध्यरात्रि से शुरू हो चुके लॉकडाउन को कर्फ्यू की तरह नहीं 21 दिन के कठिन व्रत की तरह लीजिए। यह व्रत है, आपकी व आपके परिवार की सलामती और देश को इस महामारी के प्रकोप से बचाने के लिए।
PM श्री @narendramodi की अपील पर
मध्यरात्रि से शुरू हो चुके लॉकडाउन को कर्फ्यू की तरह नहीं 21 दिन के कठिन व्रत की तरह लीजिए। यह व्रत है, आपकी व आपके परिवार की सलामती और देश को इस महामारी के प्रकोप से बचाने के लिए। #StayHomeIndia @BJP4India @BJP4UP— Shrikant Sharma (@ptshrikant) March 25, 2020
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि वर्तमान में कोरोना के चल रहे प्रकोप की वजह से व इससे बचने हेतु कल प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों को खास ध्यान में रखकर, सभी सरकारों से रोजमर्रा की जरूरतों को, खासकर गरीबों व मजदूरों को मुफ्त या फिर उन्हें काफी कम दामों पर उपलब्ध कराने की अपील है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जनता से अपील है कि राशन व दैनिक आपूर्ति की दुकानों पर लाइन में लगभग डेढ़ हाथ की दूरी बनाकर रखें। संयम बरतें व अति संग्रहण से बचें। सरकार से भी आग्रह है कि वह लाइन में निश्चित वांछित दूरी पर निशना लगवा दें और साथ ही जनता को आश्वस्त करें कि न तो आपूर्ति की कमी है और न होने दी जाएगी।