तालिबान ने अफगानिस्तान में रह रहे सिखों को दी धमकी, अकाली दल ने कही यह बात
काबुल: अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां रह रहे लोगों की स्थिति बदतर हो गई है. सिखों और अन्य माइनॉरिटी धर्मों के लोगों के लिए अफगानिस्तान अब एक महफूज देश नहीं रह गया है. तालिबान ने अफगानिस्तान में रह रहे सिखों को धमकी दी है. पूरा सिख समुदाय (Sikh Community in Afghanistan) तालिबान के खौफ से एक-एक सांस सोच-सोचकर लेने पर मजबूर है और तत्काल बाहर निकाले जाने का आग्रह कर रहा है. लगभग 180 अफगान सिख और हिंदू फिलहाल अफगानिस्तान में मौजूद हैं.
सिखों को तालिबान द्वारा धमकाए जाने के मामले पर अकाली दल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पंजाब के पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा (Daljit Singh Cheema) ने कहा, ‘ये मामला बेहद गंभीर है और भारत सरकार को तुरंत ही इस मामले में दखल देना चाहिए और सिखों के साथ ही अफगानिस्तान में रह रहे अन्य माइनॉरिटी धर्मों से जुड़े लोगों को भी अफगानिस्तान (Afghanistan) से निकालकर भारत (India) लाने का प्रयास करना चाहिए.
दलजीत चीमा ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से कई बार सिखों पर हमले हो चुके हैं और ये बात साफ है कि सिखों और अन्य माइनॉरिटी धर्मों के लोगों के लिए अफगानिस्तान अब सेफ जगह नहीं रह गया है. चीमा ने कहा कि अकाली दल जल्द ही इस पूरे मामले को केंद्र सरकार (Central Government) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के समक्ष उठाएगा.
उन्होंने कहा कि अकाली दल के साथ ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी इस मामले में भारत सरकार का पूरी तरह से सहयोग करेंगी ताकि सिखों को जल्द ही भारत लाया जा सके. चीमा ने कहा कि अफगानिस्तान में रह रहे सिखों के पास वक्त बहुत कम है, इसलिए पंजाब सरकार (Punjab Government) को भी इस मामले को केंद्र सरकार के सामने अधिकारिक रूप से उठाना चाहिए और जल्द से जल्द अफगानिस्तान में रह रहे सिखों को भारत लाने के प्रयास शुरू करना चाहिए.