लोकसभा चुनाव में 400 प्लस सीटों का लक्ष्य, इन राज्यों में जीत पक्की, अब बीजेपी की बंगाल पर नजर
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की अगले महीने बड़ी बैठक होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस दौरान आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर फाइनल ब्लूप्रिंट तैयार किया जाएगा। पार्टी आलाकमान का मानना है कि देश के मतदाता भगवा दल के साथ हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैट्रिक लगाने में सफल रहेंगे। बीजेपी कार्यकर्ता पीएम मोदी को विकास और हिंदुत्व का चैंपियन बताते हैं। इसे लेकर खासतौर से अयोध्या में राम मंदिर बनने और अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत की मजबूत स्थिति का हवाला दिया जाता है। विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में पड़ी फूट से भी सत्ताधारी दल को बढ़त मिलती दिख रही है।
इसके बावजूद, भाजपा आलाकमान 2024 के लोकसभा चुनाव को हल्के में नहीं लेने वाला है। उन्हें 2004 के इलेक्शन में मिली हार जरूर याद होगी। उस वक्त यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बीजेपी एक बार फिर से केंद्र की सत्ता में वापसी करेगी, मगर ऐसा नहीं हुआ। इसे ध्यान में रखकर ही पार्टी के टॉप लीडर्स की ओर से हर एक राज्य को लेकर अलग से चुनावी रणनीति तैयार की जा रही है। खासतौर से उन राज्यों पर अधिक फोकस किया जा रहा है जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है। इस बात का पूरा प्रयास किया जा रहा है कि कैसे 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति हर एक राज्य में मजबूत नजर आए।
बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल पर भाजपा आलाकमान की ओर से अधिक जोर दिया जा रहा है। यह समझा रहा है कि अगर बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को लोकसभा चुनाव में 400 सीटों के पार पहुंचना है तो इन राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी। पार्टी नेताओं का मानना है कि बिहार में नीतीश कुमार की जदयू से गठबंधन करके सत्ता में आने से आम चुनाव में इसका लाभ मिलेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कर्नाटक की 28 में से 25 सीटें जीती थी। हालांकि, असेंबली इलेक्शन में कांग्रेस की जीत से उसे झटका जरूर लगा है। इस हार के साथ ही भगवा दल में टूट भी देखने को मिली। पार्टी हाई कमान की ओर से अब प्रयास है कि साथ छोड़कर जाने वालों को वापस लाया जाए। इसी कड़ी में पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार की वापसी हुई है।
भाजपा ने महाराष्ट्र में शिवसेना के एकनाथ शिंदे को साथ लाकर राज्य में सरकार बनाई है। साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजीत पवार को तोड़कर भी बढ़त हासिल की है। इसके बावजूद भूख अभी बाकी नजर आती है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस में और टूट देखने को मिल सकती है। कुछ दिनों पहले ही मिलिंद देवड़ा कांग्रेस को छोड़कर भगवा दल में शामिल हुए हैं। राज्य भाजपा इकाई के एक नेता ने कहा, ‘आने वाले दिनों में कई प्रमुख चेहरे पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इसे लेकर अभी ग्राउंड तैयार किया जा रहा है।’ साथ ही नीतीश कुमार के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी INDIA गठबंधन से खटपट ने बीजेपी के लिए चीजें आसान कर दी हैं।