हैदराबाद : आधी रात को चले राजनीतिक ड्रामे के बीच तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को पुलिस (Police) ने करीमनगर में उनकी दादी के घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब संजय को उनके साथ थाने चलने के लिए कहा तो तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। संजय, जो सांसद भी हैं, ने जानना चाहा कि उन्हें किस अपराध में गिरफ्तार किया जा रहा है।
सहायक पुलिस आयुक्त टी. श्रीनिवास राव ने उन्हें बताया कि थाने पहुंचकर उन्हें इसकी जानकारी मिल जाएगी। अधिकारी ने कहा कि उसके पास उन्हें गिरफ्तार करने का अधिकार है। इसके बाद भाजपा सांसद और पुलिस के बीच काफी बहस हुई। संजय और वहां मौजूद उनके समर्थकों ने गिरफ्तारी रोकने की कोशिश की। पुलिस संजय को जबरन एक पुलिस गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगी। स्थानीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और पुलिस की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
पहले यह स्पष्ट नहीं था कि भाजपा नेता को कहां ले जाया जा रहा है। बाद में उन्हें बोम्मालारामरम पुलिस थाने में स्थानांतरित किया गया। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर वहां भी विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। अब भी यह स्पष्ट नहीं है कि संजय को क्यों गिरफ्तार किया गया है, हालांकि इस बारे में दो तरह की बातें कही जा रही हैं। संजय ने तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के प्रश्नपत्र लीक मामले में कुछ आरोप लगाए थे। इस सिलसिले में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उन्हें दो बार नोटिस जारी कर उसके समक्ष उपस्थित होने और अपने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने को कहा था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एसआईटी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए और इसकी बजाय अपनी लीगल टीम नियुक्त कर दी।
दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि संजय को 10वीं कक्षा के प्रश्नपत्र लीक से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में वारंगल से मंगलवार को गिरफ्तार एक व्यक्ति ने संजय के साथ प्रश्नपत्र साझा किया था। परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद आरोपी ने पश्नपत्र लीक कर दिया और इसे संजय तथा अन्य लोगों को ह्वाट्सऐप पर भेज दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी भाजपा का कार्यकर्ता है और उसके पार्टी के नेताओं के साथ नजदीकी संबंध हैं।