नई दिल्ली: तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. राजनीतिक दल वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए जहां एक तरफ रैली, जनसभा और रोड शो का सहारा ले रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ वोटरों क लुभाने के लिए धन और शराब के इस्तेमाल का मामला भी सामने आ रहा है. तेलंगाना पुलिस ने 30 नवंबर को होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 577 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अब तक जब्त की है. चुनाव अधिकारियों ने बुधवार (15 नवंबर) को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि जब्ती में नकदी, शराब, कीमती धातुएं, ड्रग्स और विभिन्न वस्तुएं शामिल हैं.
तेलंगाना चुनाव कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना पुलिस अभी तक करीब 200,00,39,979 रुपये की नकदी, 88,81,85,407 रुपये की शराब, 32,64,39,084 रुपये मूल्य का गांजा, अन्य दवाएं व कीमती धातुएं जब्त कर चुकी है. सोना, चांदी, हीरे सहित विभिन्न मुफ्त वस्तुएं जैसे लैपटॉप, वाहन, कुकर, साड़ी आदि की अनुमानित कीमत करीब 2,55,85,59,776 रुपये बताई जा रही है. यही नहीं, पिछले 24 घंटों में ही इस तरह की अनुमानित कीमत करीब 5,51,75,255 रुपये है.
बता दें कि पिछले दिनों वोटरों के बीच फ्री का सामान बांटने की लोकर कांग्रेस और बीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हो गई थी. नगरकुर्नूल जिले के अचमपेट निर्वाचन क्षेत्र में शनिवार रात (11 नवंबर) को बीआरएस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच यह बड़ी झड़प हुई थी. इसमें कई लोग घायल हो गए थे. झड़प की शुरुआत तब हुई थी जब बीआरएस उम्मीदवार गुव्वुला बलराजू की कार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोका. कांग्रेस वर्कर्स का कहना था कि बीआरएस नेता कार में नकदी ले जा रहे हैं, इसलिए वह वाहन की जांच करना चाहते हैं.