अन्तर्राष्ट्रीय

गाजा में अस्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई अब कल से शुरू होने के आसार

नई दिल्ली: इजराइल और हमास के बीच गाजा में चार दिन के युद्ध विराम और हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के बदले में इजराइल की जेलों में बंद फलस्तीन के नागरिकों को रिहा कराने संबंधी समझौते में अंतिम वक्त में व्यवधान आ गया लगता है । इजराइल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घोषणा की है कि यह समझौता शुक्रवार से पहले प्रभावी नहीं होगा। मूल रूप से बृहस्पतिवार को इसके लागू होने की घोषणा की गई थी।

इस कूटनीतिक सफलता से गाजा में 23 लाख फलस्तीनियों के लिए कुछ राहत दिखाई दे रही है, जिन्होंने हफ्तों तक इजरायली बमबारी को सहन किया है, साथ ही इजरायल में उन परिवारों के लिए राहत भरी खबर है जो 7 अक्टूबर के हमास के हमले के दौरान बंदी बनाए गए अपने प्रियजनों के भाग्य को लेकर भयभीत हैं। इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जाची हानेग्बी ने बुधवार देर रात फैसला लागू होने में देरी की घोषणा की, लेकिन कारण नहीं बताया। हमास के साथ मध्यस्थता में अहम भूमिका निभाने वाले कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी के अनुसार संघर्ष विराम और बंधकों तथा कैदियों की अदला-बदली के लिए उचित स्थितियां बनाने के लिहाज से वार्ताकार काम कर रहे हैं।

कतर ने बृहस्पतिवार सुबह कहा कि समझौते के प्रभावी होने के वक्त के बारे में घोषणा ‘‘कुछ घंटों में की जाएगी”। अमेरिका और मिस्र ने भी समझौते में मदद की है। हमास शासित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उसने इजराइल-हमास की जंग में मारे गए फलस्तीनियों की विस्तृत जानकारी के साथ गणना करना फिर शुरू कर दिया है और मृत्यु के 13,300 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मेदहत अब्बास ने बृहस्पतिवार को ‘द एसोसिएटिड प्रेस’ से बातचीत में मृतकों की गिनती फिर शुरू किये जाने की पुष्टि की।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तर गाजा में आवागमन और संचार बाधित होने के बाद 11 नवंबर को आंकड़े जारी करना बंद कर दिया था। ताजा आंकड़े दक्षिण के अस्पतालों के अद्यतन आंकड़ों और उत्तर के अस्पतालों के 11 नवंबर के आंकड़ों पर आधारित हैं। वास्तविक मृतक संख्या इससे अधिक हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 6,000 अन्य लोग लापता हैं और उनके मलबे में दबे होने की आशंका है। युद्धविराम के लिए समझौते से युद्ध थमने की उम्मीदें पैदा हुई हैं जो सात सप्ताह से चल रहा है।

युद्ध से इजराइल और गाजा दोनों में भारी तबाही हुई है और बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। इस युद्ध से पूरे पश्चिम एशिया में तनाव फैलने की आशंका है। उत्तर इजराइल में बृहस्पतिवार को सायरन बजने लगे जहां हिज्बुल्ला ने कहा कि उसने दक्षिण लेबनान से 48 कत्यूषा रॉकेट दागे हैं। इससे पहले इजराइल के एक हमले में पांच हिज्बुल्ला लड़ाके मारे गये थे जिनमें समूह के संसदीय ब्लॉक के प्रमुख का बेटा शामिल था। इजराइल की सेना ने कहा कि वह हमले के स्रोतों पर ही निशाना साध रही है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध पर अपने विशेष मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध विराम की समयसीमा समाप्त होने के बाद युद्ध फिर प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि इजराइल का लक्ष्य हमास के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करना और गाजा में बंधक बनाए गए उसके सभी 240 लोगों को रिहा कराना है।

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