जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में एक बार फिर अल्पसंख्यकों की हत्या हुई है। आतंकियों ने एक स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर को गोली मारकर हत्या कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले पांच दिनों में सात लोगों की हत्या हो चुकी है।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने मामले को लेकर ट्वीट कर लिखा, श्रीनगर से एक बार फिर चौंकाने वाकी खबर आ रही है। लक्षित हत्याओं की सीरीज में अबकी शहर के ईदगाह इलाके के एक सरकारी स्कूल में दो शिक्षकों की हत्या। आतंक के इस अमानवीय कृत्य के लिए निंदा के शब्द काफी नहीं हैं। मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
जम्मू कश्मीर की सीएम रहीं महबूबा मुफ्ती ने घटना को लेकर कहा है कि कश्मीर में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए परेशान हूं। अल्पसंख्यक समुदाय नया टारगेट है। नया कश्मीर बनाने के भारत सरकार के दावों ने वास्तव में इसे नरक में बदल दिया है। इसका एकमात्र हित कश्मीर को अपने चुनावी हितों के लिए दुधारू गाय के रूप में इस्तेमाल करना है।
जम्मू कश्मीर पीपल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ट्वीट कर लिखा कि कायरता की ख़बरें सामने आ रही हैं। दो शिक्षकों को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह समझना जरूरी है कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। मुसलमान भी मारे गए हैं। मेरे परिवार में एक अपने की हत्या हुई थी। यह पागलों की टोली कश्मीर के लिए अभिशाप है। अल्लाह हमें इस श्राप से मुक्ति दे।