पानीपत: पानीपत के गांव सिवाह के पास नहर में कार गिर गई। कार में सवार दो निजी कंपनियों के प्रबंधक भाइयों ने कार का पीछे का शीशा तोड़कर बाहर निकलकर जान बचाई। छोटे भाई को तैरना नहीं आता था। बड़े ने उसको कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला। ये हादसा जीरो दृश्यता, नहर किनारे रिफलेक्टर, रेलिंग और कोई सूचकांक न होने के कारण हुआ है।
मॉडल टाउन निवासी अभिषेक शर्मा ने बताया कि वो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। वो पुलिस लाइन के पास देवगिरी कंपनी में बतौर क्वालिटी मैनेजर कार्यरत है। उसका छोटा भाई हैंड फेब कंपनी में प्रबंधक है। वो दोनों भाई साथ ही रहते हैं और एक साथ कार में ड्यूटी पर जाते हैं। वो मंगलवार सुबह रिफाइनरी बाइपास से होते हुए रोहतक बाईपास से अपनी अपनी कंपनी में जा रहे थे।
सिवाह गांव के पास जब उन्होंने रोहतक बाईपास पर चढ़ने के लिए कार मोड़ी तो उन्हें धुंध में कुछ दिखाई नहीं दिया। यहां पर न तो किसी प्रकार के रिफलेक्टर थे और न रेलिंग व सूचकांक। कार नहर की पटरी पर चढ़ गई। जब ही उसने ब्रेक लगाए कार फिसलकर नहर में गिर गई। उसने सीट बेल्ट खोलकर अपनी बेल्ट के हुक से कार का पीछे वाला शीशा तोड़ा और दोनों भाई कार से बाहर आए। पुलिस व परिजनों को इसकी सूचना दी। 15 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों ने यहां पहुंचकर उनके गीले कपड़े बदलवाए।