ब्रिटिश सरकार को चीन से पीपीई किट की खरीद में 10 अरब डॉलर का हुआ नुकसान
लंदन । महामारी के दौरान दुनियाभर के देशों ने कोविड (covid) से बचाव के लिए मास्क, पीपीई किट, दस्ताने (Mask, PPE Kit, Gloves) और एप्रन जैसे चिकित्सीय साजोसामान खरीदने के लिए अरबों के ऑर्डर दे डाले। इस कड़ी में ब्रिटिश सरकार (british government) को भी पीपीई किट खरीदने के सौदे में अरबों का नुकसान उठाना पड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ब्रिटिश सरकार को चीन से पीपीई किट की खरीद में ही 10 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा। इसके अलावा, करीब 26 करोड़ रुपये में खरीदे गए 37 लाख प्लास्टिक के एप्रन और 6.44 करोड़ मास्क को एक ऑनलाइन नीलामी में मात्र 50 हजार रुपये में बेचा गया।
जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन की सरकार ने पीपीई किट का सौदा तो कर लिया था, लेकिन दो हजार से ज्यादा किट चीन से आई ही नहीं। इसका एक कारण ये भी था कि इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी। इस पूरे मामले में ब्रिटेन के स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग ने पीपीई किट के कारण करीब 10.1 अरब डॉलर के नुकसान होने की सूचना दी है। हालांकि, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यह रकम और भी ज्यादा हो सकती है।
70 लाख वैक्सीन बर्बाद
हाउस ऑफ कॉमन्स कमेटी ऑफ पब्लिक अकाउंट्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन में इस साल जुलाई तक करीब 70 लाख कोरोना से बचाव के टीके बर्बाद हुए है। वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इंग्लैड के स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग कहा कि जुलाई तक टीकों की करीब 946,525 खुराक नष्ट की गई है।
भंडारण पर भी खर्च
नीलामी करने वाली ब्रिटिश कंपनी रामको ने खुलासा नहीं किया कि पीपीई किट की वास्तविक कीमत कितनी थी। इनकी नीलामी इसलिए जरूरी थी क्योंकि किट को स्टोर में रखने के लिए भी ब्रिटिश सरकार को चीन को भारी रकम का भुगतान करना पड़ रहा था। पिछले साल, ब्रिटेन ने चीन में पीपीई के भंडारण पर करीब डेढ़ अरब खर्च किए थे।