नई दिल्ली: दिल्ली कैंट इलाके में शुक्रवार देर रात सड़क हादसे में ट्रक से टक्कर होते ही लग्जरी कार के परखच्चे उड़ गए। सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो सड़क किनारे कार के टुकड़े पड़े थे। गाड़ी के टुकड़ों के बीच से लोगों ने बड़ी मुश्किल से घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां दो लोगों की मौत हो गई।
मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी कि ट्रक से टक्कर के बाद भी नहीं रुकी। कार फुटपाथ और ट्रक के बीच में फंस गई। कार के ऊपर का हिस्सा टूटकर अलग हो गया और आगे की सीटों पर बैठे दोनों युवक ट्रक की चपेट में आ गए, जिससे दोनों के सिर और छाती पर गंभीर चोटें आई। दोनों के चेहरे पर कांच के टुकड़े घुस गए थे, जिसके चलते उनकी हालत गंभीर थी।
देर से खुले एयरबैग : पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसे के समय गाड़ी 120 से ज्यादा रफ्तार पर थी, जिसके चलते हादसे में कार ट्रक के पिछले हिस्से में घुस गई। ऐसे में गाड़ी के सामने वाले हिस्से में लगे सेंसर सक्रिय नहीं हो सके और एयर बैग देर से खुले। इसके चलते गाड़ी में आगे बैठे कृष्णा और विनोद गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर लगने के बाद आगे के दोनों पहिए गाड़ी से अलग हो गए, जिसके चलते ड्राइवर सीट सड़क पर आ गई और दोनों युवकों के पैर गाड़ी में ही फंस गए। ऐसे में हादसे के बाद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
एक घायल वेंटिलेटर पर : अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किए गए पांचों दोस्तों में कृष्णा और विनोद की मौत हो गई। वहीं करन की नाक और जबड़ा टूट गया है, बाकी दोनों दोस्तों की हालत गंभीर बनी हुई है। एक को डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा है। उसके सिर में गंभीर चोट आई है। ऐसे में उसे 24 घंटे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
तीनों घायल विनोद के दोस्त: कृष्णा के परिजनों ने बताया कि गाड़ी में मौजूद तीनों युवक विनोद के दोस्त थे। विनोद ही उन्हें अपने साथ गाड़ी में लेकर आया था, जिसके बाद वह कृष्णा को लेकर शादी में जाने के लिए निकल गए थे।
परिजनों ने बताया कि विनोद का अक्सर उनके घर आना-जाना रहता था, इसलिए वह उसे और उसके परिवार के सभी सदस्यों को भी जानते थे। लेकिन अन्य तीनों घायलों के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि पांचों दोस्त विनोद की गाड़ी से पहले भी कई बार घुमने गए थे और हादसे के समय भी पांचों एक ही साथ मौजूद थे।
मृतक युवक विनोद के पिता दिल्ली परिवहन निगम में बतौर चालक काम करते हैं और पूरा परिवार महावीर एन्क्लेव में रहते हैं। सूत्रों के अनुसार विनोद के एक रिश्तेदार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं।
मृतक कृष्णा के पिता ने बताया कि वह ओपन स्कूल से दसवीं कक्षा की परीक्षा दे रहा था। उन्हें गांव के बच्चे की बारात जानी थी, इसलिए उसे इस शादी में भेज दिया था। उन्होंने बताया कि कृष्णा उनके घर का बड़ा बेटा था, जिसके चलते सभी उसे ज्यादा प्यार करते थे। पड़ोस के लोगों ने बताया कि कृष्णा पालम गांव के रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके दादा लंबे समय तक गांव के प्रधान रहे थे।
एक साल पहले हुई थी शादी
कृष्णा और विनोद उर्फ गौरव दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों की एक साथ मौत होने से दोनों के परिजन सदमे में हैं। विनोद के परिजनों ने बताया कि विनोद की शादी एक साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही विनोद अपना नया काम जमाने में लगा हुआ था। गत दिनों ही विनोद और कृष्णा एक साथ जमीन देखकर आए थे। विनोद जल्द से जल्द अपना नया काम शुरू करने वाला था।