उत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगराजनीतिराज्यलखनऊ

यूपी उपचुनाव : भाजपा के सामने प्रतिष्ठा बचाने की है चुनौती

यूपी में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी उठापटक भी तेज हो गई है। एक ओर जहां सरकार उपचुनाव में अपनी प्रतिष्ठा बचाने की कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी यह मौका हाथ से गंवाना नहीं चाहता है।

सात सीटों पर होने वाला यह उपचुनाव दिलचस्प रहेगा। जिन सीटों पर चुनाव होना है उनमें से छह सीटें भाजपा के पास रहीं हैं और मात्र एक सीट पर ही समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। ऐसे में यह चुनाव जीतना बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।

पिछले विधानसभा में तत्कालीन सत्तारूढ़ समाजवाादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अपना दल व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। इनमें से अपना दल तो अब भी भाजपा के साथ लेकिन सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अब भाजपा के गठबंधन का हिस्सा नहीं है।

लंबी रस्साकसी के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और भाजपा का गठबंधन टूट गया। विपक्षी दल इस बार उपचुनाव में अपने प्रत्याशी उतार रहे हैं, इसलिए भाजपा को मतों में बिखराव की उम्मीद है।

वहीं दूसरी भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि जनता के बीच पार्टी की पकड़ बेहद मजबूत है, इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास कार्यों के दम पर भाजपा एक बार फिर से अपना परचम फहराने में कामयाब होगी।

पार्टी के रणनीतिकारों का यह भी मानना है कि विपक्ष सूबे में पूरी तरह से बटा हुआ है। ऐसे में किसी तरह के बड़े बदलाव की उम्मीद विपक्ष से नहीं की जा सकती है। पहले सपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और बाद में बसपा के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा। दोनों ही बार विपक्ष को सफलता हाथ नहीं लगी, बल्कि अब विपक्ष के एक साथ आने की गुंजाइश काफी कम हो गई है।

इन परिस्थितियों को भाजपा अपने लिए काफी अनुकूल मान रही है। इसलिए पार्टी को ऐसा लगा रहा है कि विपक्ष की आपसी सिरफुटव्वल का लाभ उसे ही मिलेगा।

भाजपा ने नौगांव सादात से प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है तो वहीं दूसरी ओर बुलंदशहर में वीरेंद्र सिरोही की पत्नी उषा सिरोही को भाजपा ने मैदान में उतारा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का ऐसा मानना है कि भाजपा ने नौगांव सादात में प्रदेश सरकार में मंत्री रहे चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान और बुलंदशहर में विधानसभा में मुख्य सचेतक रहे वीरेंद्र सिरोही की पत्नी उषा सिरोही को उम्मीदवार बनाकर सहानुभूति का कार्ड खेलने की कोशिश की है।

राज्य सरकार में मंत्री रहे चेतन चौहान और श्रीमती कमल रानी वरुण का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया, जबकि कई बार के विधायक और पूर्व राजस्व मंत्री वीरेंद्र सिरोही का बीमारी के चलते निधन हो गया।

बहरहाल, घाटमपुर में सरकार की मंत्री कमल रानी वरुण के निधन के बाद उनके परिवार के किसी को उम्मीदवार न बनाकर कानपुर-बुंदेलखंड के भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र पासवान को टिकट दिया है। यहां परिवार और विरासत की बजाय कार्यकर्ता को महत्व दिया गया है।

यह भी पढ़े:—   बलिया कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में – Dastak Times 

टुंडला सुरक्षित सीट पर प्रेमपाल धनगर संगठन के पदाधिकारी रह चुके हैं जबकि मल्हनी के उम्मीदवार मनोज सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से आए हैं। बांगरमऊ के उम्मीदवार श्रीकांत कटियार तो भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं।

राजनीति विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित टुंडला और घाटमपुर सीट पर गैर जाटव कार्ड खेलने की कोशिश की है। विश्लेषकों के अनुसार भाजपा घाटमपुर में पासवान बिरादरी और टुंडला में धनगर बिरादरी की अच्छी तादाद का लाभ उठाने की जुगत में है।

टुंडला सीट प्रदेश सरकार में मंत्री रहे प्रोफसर एसपी बघेल के आगरा से सांसद निर्वाचित होने से रिक्त हुई है। देवरिया सीट जनमेजय सिंह और मल्हनी सीट सपा के पारसनाथ यादव के निधन से रिक्त हुई है।

भाजपा ने जहां नौगांव सादात और मल्हनी में क्षत्रिय उम्मीदवार के सहारे इस वर्ग पर नजर लगाई, वहीं बुंदशहर में जाट समीकरण पर जोर है। बांगरमऊ सीट पर भाजपा ने श्रीकांत कटियार को मौका देकर पिछड़ों को साधने पर जोर दिया है।

श्रीकांत पिछड़ी जाति में प्रभावी कुर्मी समाज से आते हैं। उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सातों सीटों के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद स्थापित कर चुके हैं।

देश दुनिया की ताजातरीन सच्ची और अच्छी खबरों को जानने के लिए बनें रहें www.dastaktimes.org के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए https://www.facebook.com/dastak.times.9 और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @TimesDastak पर क्लिक करें।

साथ ही देश और प्रदेश की बड़ी और चुनिंदा खबरों के ‘न्यूज़-वीडियो’ आप देख सकते हैं हमारे youtube चैनल https://www.youtube.com/c/DastakTimes/videos पर। तो फिर बने रहिये www.dastaktimes.org के साथ और खुद को रखिये लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड।   

Related Articles

Back to top button