शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज बांटने वाले राज्य सहकारी बैंक के खजाने भरे
भोपाल : किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज बांटने वाले राज्य सहकारी बैंक और उसकी प्रदेशभर में स्थित चौबीस शाखाओं में फिक्स डिपाजिट पर ब्याज दर सात से आठ प्रतिशत किए जाने के उत्साहजनक परिणाम सामने आए है। एक माह में ही बैंक की व्यक्तिगत जमा राशि सत्रह करोड़ 83 लाख रुपए और संस्थागत जमा 122 करोड़ 72 लाख रुपए बढ़ गई है।
राज्य सहकारी बैंक की भोपाल में आठ, ग्वयिलर में दो, इंदौर में तीन, उज्जैन में दो और शेष संभाग मुख्यालयों पर एक-एक इस तरह कुल 24 शाखाएं है। इन सभी बैंक शाखाओं में नवंबर माह में सावधि जमा पर ब्याज दर 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत की गई थी। वरिष्ठ नागरिकों के मामले में यह ब्याज दर बढ़ाकर आठ प्रतिशत कर दी गई थी। बैंक ने अन्य सामान्य बचत और सात दिन से लेकर तीन वर्ष तक की अलग-अलग बचत राशियों पर भी ब्याज दरें बढ़ाई थी। इसका असर यह हुआ है कि सहकारी बैंक अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको में जा रहे किसानों और अन्य ग्राहकों को सहकारी बैंको की ओर वापस लाने में कामयाब हुआ है। एक ही माह में बैंक की व्यक्तिगत जमा राशि में 17 करोड़ 83 लाख रुपए और संस्थागत बचत राशि में 122 करोड 72 लाख रुपए का इजाफा हुआ है। जो किसान अन्य बैंको के समान ब्याज दर होंने के बाद सार्वजनिक और निजी बैंको में राशि जमा कर रहे थे वे अब वापस सहकारी बैंक में राशियां जमा कर रहे है।