शिमला : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता पर काबिज होने पर नए मुख्यमंत्री (CM) को लेकर घमासान जारी है। प्रदेश के कई बड़े नेताओं के बीच सीएम की कुर्सी के लिए जंग चल रही है। कांग्रेस के नवनिर्वाचित 40 विधायकों (MLA) के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षकों की शुक्रवार देर शाम हुई बैठक में मुख्यमंत्री (CM) तय करने का अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया गया है।
नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। शुक्रवार शाम करीब 8:00 बजे से 9:35 बजे तक शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में हुई सीएलपी की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। हाईकमान की ओर से भेजे गए केंद्रीय पर्यवेक्षकों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक हुई है। इस दौरान पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों की राय जानी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी इस बैठक में मौजूद रहीं। विधायक दल की बैठक में सीएम के चेहरों पर चर्चा हुई लेकिन एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई।
ऐसे में कांग्रेस की परंपरा के मुताबिक विधायक दल का नेता चुनने का फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया। इस संबंध में एक लाइन का प्रस्ताव लेकर पर्यवेक्षक अब दिल्ली लौटेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार दिल्ली से कभी भी हिमाचल के नए सीएम के नाम की घोषणा की जा सकती है। माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व जिन प्रमुख नामों के बीच फैसला कर सकता है, उनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, राज्य कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और वरिष्ठ विधायक चंद्र कुमार का नाम शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए कोई चौंकाने वाला नाम भी उभर कर सामने आ सकता है। सीएम तय करने से पहले आलाकमान क्षेत्रीय व जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश करेगा।
इससे पहले शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज दिन भर सीएम की रेस में चल रहे नेताओं के समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। वहीं कांग्रेस के नेता सीएम बनने की लॉबिंग में जुटे रहे। इस वजह से कांग्रेस विधायक दल की 3 बजे होनी वाली बैठक शाम 8 बजे शुरू हो पाई। जानकारी अनुसार सीएम की रेस में चल रहे नेताओं ने बैठक से पहले अलग-अलग विधायकों से बैठकें कीं। उनके समर्थकों ने पार्टी कार्यालय के बाहर अपने-अपने नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने कांग्रेस दफ्तर के अलावा सिसिल ओबराय होटल परिसर के बाहर कांग्रेस पर्यवेक्षकों की गाड़ी रोककर नारेबाजी की। प्रतिभा सिंह के समर्थक उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यालय के परिसर में भारी संख्या में समर्थकों के जुटने पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी गई।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है। राज्य में सरकार के गठन के लिए बहुमत का आंकड़ा 35 है। इस चुनाव में भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई है। निर्दलीय 03 सीटों पर विजयी हुए हैं।