देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारों धामों में यात्रियों की संख्या एक बार फिर तय कर दी गई है. पिछली बार तय की गई प्रतिदिन के हिसाब से यात्रियों की संख्या में 1000 का इज़ाफ़ा कर दिया गया है. नयी डेली लिमिट के अनुसार अब यमुनोत्री में 5000, गंगोत्री में 8000, केदारनाथ में 13000 और बद्रीनाथ में 16000 यात्री हर रोज़ दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले हर धाम में डेली लिमिट को लेकर तब असमंजस की स्थिति बन गई थी, जब 3 मई को चार धाम यात्रा के शुभारंभ पर धामी ने कोई लिमिट न होने का बयान दे दिया था.
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के दौरान बढ़ रही भीड़ और अव्यवस्थाओं के मद्देनज़र यह निर्णय लिया गया है. सीएम धामी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हर धाम में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की निर्धारित संख्या को बढ़ाया गया है. धामी ने कहा हर बार ऐसा होता है कि शुरुआती दिनों में ज़्यादा यात्री आते हैं और इस बार यात्रा दो साल के अंतराल के बाद सुचारू होने से भी उत्साह ज़्यादा है. उन्होंने सभी से रजिस्ट्रेशन करवाकर और व्यवस्थित ढंग से यात्रा करने की अपील की.
क्यों तय की गई नयी डेली लिमिट?
असल में चार धाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े हुए थे. इसी के चलते यह नयी व्यवस्था की गई है और अब रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य कर दिया गया है. इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग से लेकर परिवहन विभाग तक सरकार के सभी विभाग चार धाम यात्रा में बेहतर व्यवस्थाओं के लिए कवायद कर रहे हैं. वीडियो में आप इस बारे में तमाम फैक्ट्स विस्तार से जान सकते हैं.