दुनिया पर मंडराया कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा, अब ये कंपनी बनाएंगी वैक्सीन
नई दिल्ली: शुक्रवार को नोवावैक्स इंक ने कहा कि उसने दक्षिण अफ्रीका में मिले वेरिएंट के खिलाफ कोरोना वैक्सीन बनाने पर काम करना आरम्भ कर दिया है। अगले कुछ सप्ताहों में इसकी टेस्टिंग तथा मैन्युफैक्चरिंग आरम्भ हो जाएगी। कंपनी के कोरोना शॉट में वायरस के स्पाइक प्रोटीन का एक्चुअल वर्जन होता है, जो बीमारी की वजह नहीं बन सकता, किन्तु प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है। वैक्सीन डेवलपर ने कहा कि उसने खास तौर पर वेरिएंट के ज्ञात जेनेटिक सीक्वेंस के आधार पर स्पाइक प्रोटीन विकसित करना आरम्भ कर दिया है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, ‘आरभिंक काम में कुछ सप्ताह लगेंगे।’
वही शुक्रवार को कंपनी के शेयर लगभग 9 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए। नोवावैक्स की वैक्सीन को इस माह के आरम्भ में इंडोनेशिया में और इसके पश्चात् फिलीपींस में पहली बार आपातलाकिन इस्तेमाल की अनुमति मिली। कंपनी ने कहा है कि वह वर्ष के आखिर तक अमेरिका से अनुमोदन के लिए अप्लाई करेगी। कंपनी ने यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी के साथ-साथ कनाडा में भी अनुमोदन के लिए अप्लाई किया है। जर्मनी के बायोएनटेक एसई तथा जॉनसन एंड जॉनसन समेत अन्य वैक्सीन डेवलपर्स ने बताया है कि वे नए वेरिएंट के विरुद्ध अपने शॉट्स की प्रभावशीलता का परीक्षण कर रहे हैं। नए वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमाइक्रोन नाम दिया है।
इनोवियो फार्मास्युटिकल्स इंक का दावा:-
इनोवियो फार्मास्युटिकल्स इंक ने बताया कि उसने नए वेरिएंट के विरुद्ध प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए अपनी वैक्सीन INO-4800 का ट्रायल आरम्भ कर दिया है। कंपनी को उम्मीद है कि इसके ट्रायल में दो सप्ताह का समय लगेगा। इनोवियो ने यह भी कहा कि वह एक साथ एक नई वैक्सीन को डिजाइन कर रहा था, जिसमें खास तौर पर ओमाइक्रोन को टारगेट किया गया था। इनोवियो के आर एंड डी डिवीजन के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट केट ब्रोडरिक ने कहा, “सर्वश्रेष्ठ स्थिति, आईएनओ-4800 ओमाइक्रोन के विरुद्ध पूर्ण रूप से असरदायी होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो आवश्यकता पड़ने पर हमारे पास एक नई डिजाइन की गई वैक्सीन होगी।