महासागर में उठे चक्रवाती तूफान हेलेन का रौद्र रूप, 15 राज्यों के समुद्री तट से टकराया, 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं हवाएं
नई दिल्ली: महासागर में उठे चक्रवाती तूफान हेलेन ने कैटेगरी-4 का रूप धारण कर लिया है और अब अमेरिका में तबाही मचा रहा है। यह तूफान फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहा है और नेशनल हरिकेन सेंटर के अनुसार, इसके कारण अमेरिका के 15 राज्यों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। तूफान की वजह से 10 से 20 फुट ऊंची लहरें उठ रही हैं, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। साथ ही, इस तूफान के चलते साइक्लोन इसाक भी मजबूत हो रहा है।
अटलांटिक महासागर में जॉयस और इसाक
अटलांटिक महासागर में उष्णकटिबंधीय तूफान जॉयस भी विकसित हो रहा है। वहीं, कैटेगरी-1 का तूफान इसाक अजोरेस के समीप स्थित है, जहां इसकी हवाओं की गति 75 मील प्रति घंटे है। यह तूफान वर्तमान में 18 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है। पूर्वानुमानकर्ताओं का मानना है कि इसाक धीरे-धीरे कमजोर होने से पहले मजबूत होने की संभावना है।
जॉयस तूफान उत्तरी लीवार्ड द्वीप समूह से लगभग 1325 मील दूर है, जहां अधिकतम 40 मील प्रति घंटे की निरंतर हवाएं चल रही हैं। यह तूफान भी रविवार तक धीरे-धीरे मजबूत होने की उम्मीद है, लेकिन अगले सप्ताह की शुरुआत में कमजोर पड़ने का अनुमान है। मियामी स्थित अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र के अनुसार, इन दोनों तूफानों के लिए फिलहाल कोई अलर्ट या चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन इसाक के कारण अजोरेस में लहरें खतरनाक हो सकती हैं।
अमेरिका में हेलेन का असर
चक्रवाती तूफान हेलेन ने उत्तर-पश्चिमी फ्लोरिडा में भारी तबाही मचाई है। अधिकारियों ने बाढ़ के पानी, टूटी नावों और घरों में भरे पानी के कई वीडियो जारी किए हैं। तटरक्षक बल ने एक व्यक्ति और उसके कुत्ते का वीडियो साझा किया है, जिसमें व्यक्ति की नाव हेलेन के कारण सैनिबेल द्वीप से लगभग 25 मील दूर टूटकर डूब गई थी।
शुक्रवार रात को हेलेन ने अमेरिका के 15 राज्यों के समुद्री तट से टकराया, जिससे 150 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं चलीं। इस तूफान के कारण करीब डेढ़ करोड़ लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं, खासकर फ्लोरिडा, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना, साउथ कैरोलिना, वर्जीनिया, और अलबामा में सबसे अधिक तबाही हुई है। जो बाइडेन की सरकार ने इन राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी है।
इस प्राकृतिक आपदा ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और राहत कार्यों की आवश्यकता बढ़ गई है। स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है।