राजनाथ सिंह के घर पर हुई मंत्री समूह की पहली बैठक, पिछड़े वर्ग के बेहतरी को लेकर कई योजनाओं पर हुआ मंथन
ओबीसी, एससी, एसटी, महिला, दिव्यांग और समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए बनाई गई केंद्र सरकार की मंत्री समूह की पहली बैठक हुई. ये बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई. बैठक में मुख्तार अब्बास नकवी, किरेन रिजिजू, अर्जुन मेघवाल और अश्विनी वैष्णव समेत कई मंत्री मौजूद थे. बैठक में समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान को लेकर तमाम तरह की योजनाओं पर चर्चा की गई. साथ ही पिछड़े वर्ग तक सरकार के योजनाओं के लाभ को कैसे बेहतर तरीके से पहुंचाया जा सके इस पर मंथन हुआ.
इसके अलावा जिलास्तर तक सरकारी योजनाओं का लाभ इसमें शामिल लोगों तक पहुंचाने को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई. सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान कई मंत्रियों ने लक्षित लाभार्थियों के बीच विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय सुझाए. इस मंत्री समूह के अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं, जबकि गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत आधा दर्जन मंत्री इसके सदस्य हैं. सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कुछ अन्य व्यस्तताओं के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके.
वहीं साल 2022 में होने वाले कई राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मंत्री समूह की ये बैठक काफी महत्वपूर्ण थी. सत्तारूढ़ बीजेपी उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में सत्ता बनाए रखने के लिए ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों के बीच अपनी पकड़ को और मजबूत करने का लक्ष्य लेकर चल रही है क्योंकि ये जाति समूह मिलकर चुनाव को स्विंग करा सकते हैं.
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि COVID-19 की दूसरी लहर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समग्र स्थिति में सुधार के लिए सरकार में एक नई ऊर्जा और जोश का संचार करने के लिए कई कदम उठाए हैं. सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री सरकार की दक्षता में सुधार के लिए अपने मंत्रिपरिषद के साथ कई चिंतन शिविर आयोजित करने वाले हैं.