मौसम विभाग की भविष्यवाणी: पांच दिन इन राज्यों में जारी रहेगा लू का प्रकोप, फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं
नई दिल्ली। पसीने छुड़ा रही गर्मी (sweating heat) से फिलहाल राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को कहा कि भारत के कई हिस्सों में पहले से चल रही लू (Heatwave) से कोई राहत नहीं मिलेगी। साथ ही इसने आगे और गर्म दिनों की भविष्यवाणी (Weather Forecast) की है।
विभाग ने 28 से 30 मार्च के दौरान पश्चिम राजस्थान में भीषण गर्मी की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा 31 मार्च और 1 अप्रैल, 2022 को अलग-अलग राज्यों में हीट वेव की स्थिति की भविष्यवाणी की गई है।
इन राज्यों में बढ़ेगा गर्मी का पारा
आईएमडी ने जम्मू संभाग और हिमाचल प्रदेश (28-29 मार्च), दक्षिण हरियाणा (29-30 मार्च), सौराष्ट्र-कच्छ, पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश (28 अप्रैल 1 अप्रैल) में भीषण गर्म हवाओं का भविष्यवाणी की है। इन राज्यों के अलावा विदर्भ, उत्तर मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा (29-31 मार्च), दक्षिण उत्तर प्रदेश (30-31 मार्च) और झारखंड और आंतरिक ओडिशा (मार्च 30 अप्रैल 1) में भी लू की स्थिति के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
महाराष्ट्र सहित इन राज्यों में बढ़ेगा तापमान
अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की भविष्यवाणी नहीं की गई है, सिवाय इसके कि महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। गुजरात और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान दो-तीन दिनों के बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है।
राजस्थान में कई दिनों से गर्मी का अटैक जारी
रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार रविवार दिन में अधिकतम तापमान बांसवाड़ा में 42.6 डिग्री, बाड़मेर में 41.9, टोंक में 41.8 डिग्री, गंगानगर में 41.7 डिग्री, जैसलमेर में 41.6 डिग्री, बीकानेर में 41.4 डिग्री, चुरू में 41.0 डिग्री, सवाई माधोपुर व जालोर में 41.5 डिग्री दर्ज किया गया।
इन लोगों को होगी गर्मी से परेशानी
गर्म हवाएं कमजोर लोगों जैसे कि शिशुओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों के लिए मध्यम स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं पैदा कर सकती हैं। इस बीच, उन लोगों में गर्मी की बीमारी के लक्षणों की संभावना बढ़ जाती है जो या तो लंबे समय तक धूप के संपर्क में रहते हैं या भारी काम करते हैं।