न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस की चौथी लहर का कहर शुरू, एक ही दिन में मिले 20 हजार से ज्यादा केस
नई दिल्ली: भारत में कोविड -19 की चौथी लहर का खतरा लगातार सामने आ रहा है. ऐसे में न्यूजीलैंड में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंंता की लकीरों को बढ़ा दिया है. न्यूजीलैंड में मंगलवार (22 मार्च, 2022) को कोरोना वायरस के 20,907 नए सामुदायिक मामले दर्ज किए. इस देश में कोरोना वायरस से 15 लोगों की मौत भी हुई है, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 199 हो गई.
न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर में सबसे ज्यादा केस
न्यूजीलैंड देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, नए सामुदायिक संक्रमणों में 4,291 सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में थे. कैंटरबरी में 3,488 सहित देश भर में बाकी मामलों की पहचान की गई. मंत्रालय ने कहा कि न्यूजीलैंड के बॉर्डर पर भी 34 नए संक्रमण पाए गए हैं. न्यूजीलैंड के अस्पतालों में वर्तमान में 1,016 कोविड -19 मरीज हैं जिनमें आईसीयू या हाई डिपेंडेंसी यूनिट में 25 लोग शामिल हैं. देश में कोरोना वायरस की बढ़ते मामलों की वजह से अब हालात गंभीर होते जा रहे हैं.
15 लोगों की कोरोना वायरस से मौत
न्यूजीलैंड के मंत्रालय ने कोविड -19 से 15 लोगों की मौत की भी सूचना दी जिससे देश में सार्वजनिक रूप से होने वाली मौतों की कुल संख्या 199 हो गई. महामारी की शुरुआत के बाद से न्यूजीलैंड ने अब तक कोरोना वायरस के 5,17,495 पुष्ट मामले दर्ज किए हैं. इस बीच, न्यूजीलैंड की सरकार ने बुधवार को कहा है कि वह 4 अप्रैल से शिक्षण और पुलिस सहित कई क्षेत्रों के लिए वैक्सीन जनादेश को हटा देगी क्योंकि वर्तमान कोविड -19 का प्रकोप अपने चरम पर है.
न्यूजीलैंड की प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कहा कि केवल वृद्धों की देखभाल और स्वास्थ्य क्षेत्रों और सीमावर्ती श्रमिकों जैसे कमजोर लोगों के साथ काम करने वालों को ही 4 अप्रैल से टीकाकरण की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि रेस्तरां, कॉफी की दुकानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए अब वैक्सीन पास अनिवार्य नहीं होगा. 12 वर्ष से अधिक आयु के न्यूजीलैंड की 95% से अधिक आबादी को अब दो टीके लग चुके हैं. अर्डर्न ने कहा कि न्यूजीलैंड के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में प्रकोप का चरम अब बीत चुका है और देश के बाकी हिस्सों में 5 अप्रैल से पहले संक्रमण चरम पर देखने की उम्मीद है.