उत्तराखंड

युवाओं के हितों के लिए सरकार पूरी तरह सजग, किसी के बहकावे में न आएं: CM धामी

देहरादून: उत्तराखंड में हो रहे भर्ती धांधली के विरोध में प्रदेशभर के युवा लगातार प्रदर्शन कर रहे है। इसी कड़ी में गुरूवार को भी युवाओं का धरना-प्रदर्शन जारी रहा। आक्रोशित युवाओं की भारी भीड़ के चलते राजधानी दून में कई जगहों पर ट्रैफिक जाम लगा रहा। राजधानी देहरादून के गांधी पार्क से घंटाघर तक युवाओं के मचाया उत्पात, पथराव गले नहीं उतर रहा है। क्योंकि युवाओं की जो मांग है, उस दिशा में तो पुष्कर सिंह धामी सरकार पिछले एक साल से युद्धस्तर से काम कर रही है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समेत लोक सेवा आयोग के नकल माफिया समेत 60 से अधिक लोगों को जेल पहुंचाया जा चुका है। देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया जा रहा है। ऐसे में युवाओं का आक्रोश, सड़कों पर पथराव समझ से परे है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में साल 2012 से 2017 तक अधिनस्थ सेवा चयन आयोग, लोक सेवा आयोग की भर्ती में बड़े पैमाने पर भर्ती फर्जीवाड़ा हुआ। खानापूर्ति को जांच बैठाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सूबे के सरकारी महकमों की भर्ती सिस्टम को दीमक की तरह चाट रहे नकल माफिया के खिलाफ अभियान शुरू हुआ। उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा घोटाले में तो करीब 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इसके साथ ही उनके कार्यकाल में विधानसभा में बैकडोर से नियुक्ति के साथ ही अन्य कई नियुक्तियों में घोटाले की बात सामने आई। ऐसे में अधिनस्थ चयन आयोग की परीक्षाओं को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को दिया गया। लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में भी पेपर लीक के मामले सामने आए और पटवारी व लेखपाल की परीक्षा होने के बाद रद्द कर दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां भी भर्ती का फर्जीवाड़ा सामने आया, तत्काल कार्रवाई में देरी नहीं की। साथ ही लोक सेवा आयोग को तेजी के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए।

इसी के साथ नकल माफिया के हौसले पस्त करने को देश का सबसे सशक्त नकल विरोधी कानून पुष्कर सिंह धामी ने लाने का ऐलान किया। इसमें जेल, संपत्ति जब्त, दोबारा भर्ती में बैठने पर प्रतिबंध लगाने समेत कई सख्त प्रावधान किए जा रहे हैं। इसके बाद भी राजधानी की सड़कों पर युवाओं का आक्रोश समझ से परे हैं। अगर जानकारों की माने तो इसके पीछे एक बड़ी राजनीतिक साजिश की बू आ रही है। क्योंकि जिस तरह नकल माफिया के खिलाफ सीएम धामी लगातार हमले कर रहे हैं, उससे उनका युवाओं में क्रेज बढ़ रहा है। यही वो सबसे बड़ी वजह है, जो विरोधियों को परेशान किए हुए है। ऐसे में इस बार युवाओं की मजबूती को ही उनके खिलाफ इस्तेमाल करने की साजिश रची जा रही है।

फिलहाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि युवाओं के हितों के लिए सरकार पूरी तरह सजग है। युवा किसी के बहकावे में न आएं। सीएम धामी ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से सजग है। पहले की तरह हमने किसी भी भर्ती घोटाले को न तो दबाया है और न छुपाया है। जितने भी मामले सामने आए, हमने उनकी जांच कराकर, जितने भी दोषी हैं, सभी को जेल भेजा है। हमारी सरकार ने यह पहले ही तय कर लिया था कि भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए कड़ा कानून बनायेंगे। देश का सबसे कड़ा नक़ल विरोधी क़ानून हम लेकर आ रहे हैं। प्रदेश के युवाओं के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। हमारी सरकार युवाओं के हित में फैसले ले रही है। युवाओं से अनुरोध है कि किसी के बहकावे में न आये।”

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